Edited By Isha, Updated: 16 Mar, 2025 08:33 PM

हरियाणा की चौधरी देवीलाल यूनिवर्सिटी का एक ऐसा कारनामा सामने आया हैं जिसमें एक छात्र का 1 साल खराब कर दिया। यूनिवर्सिटी द्वारा उस छात्र को अंग्रेजी विषय की परीक्षा में 31 नंबर की जगह एक नंबर दे
टोहाना (सुशील): हरियाणा की चौधरी देवीलाल यूनिवर्सिटी का एक ऐसा कारनामा सामने आया हैं जिसमें एक छात्र का 1 साल खराब कर दिया। यूनिवर्सिटी द्वारा उस छात्र को अंग्रेजी विषय की परीक्षा में 31 नंबर की जगह एक नंबर देकर फेल कर दिया।
उक्त छात्र को फेल होने के चलते एमए की परीक्षा में दाखिला नहीं हो पाया और उसे मजबूरन आईटीआई में प्रवेश लेना पड़ा। छात्र ने जब उक्त पेपर में रीचेकिंग का फॉर्म भरा गया तो यूनिवर्सिटी ने कोई कार्रवाई नहीं की तो छात्र ने अंग्रेजी विषय का पेपर दोबारा देने के लिए रि अपीयर के लिए फॉर्म अप्लाई किया। रि अपीयर का फार्म आने के बाद यूनिवर्सिटी द्वारा छात्र का रिजल्ट अपडेट करते हुए से 31 नंबर देकर उसे पास कर दिया गया।
छात्र ने पास की डिग्री आने के बाद इसकी शिकायत यूनिवर्सिटी के वाइस चांसलर को देते हुए कहा कि रिजल्ट में लापरवाही करने वालों के खिलाफ कार्रवाई की जाए। उक्त शिकायत पर कार्यवाही करते हुए वीसी द्वारा जांच कमेटी बना दी गई, उक्त जांच कमेटी की रिपोर्ट में यह सामने आया कि गलती से रिजल्ट को 31 नंबर की बजाय एक नंबर लिख दिया गया था जिसे दुरस्त कर दिया गया है लेकिन दोषी लोगों पर कोई कार्रवाई नहीं की गई।
अब छात्र द्वारा इस मामले कोलेकर हरियाणा के राज्यपाल बंडारू दत्तात्रेय के पास शिकायत की जाएगी ताकि लापरवाही करने वालों पर कार्रवाई की जा सके और किसी अन्य छात्र का भविष्य ऐसे खराब ना हो।
शिकायतकर्ता कमल ने बताया कि वर्ष 2022 में उसने परीक्षा दी थी जिसमें अंग्रेजी विषय में कंपार्टमेंट आई थी तो उसने कंपार्टमेंट की परीक्षा दी थी, जिसका परिणाम दो मार्च 2024 को घोषित किया गया था। कमल ने बताया कि यूनिवर्सिटी द्वारा उसे अंग्रेजी की परीक्षा में 80 नंबर में से एक नंबर दिया गया और उसे उक्त विषय में फेल कर दिया गया।
उसने बताया कि उक्त पेपर में फेल होने के बाद उसने रिचेकिंग के लिए फॉर्म भरा लेकिन यूनिवर्सिटी द्वारा इसे चेक नहीं किया जिसके बाद उसने रि अपीयर के लिए फॉर्म अप्लाई कर दिया ताकि दोबारा पेपर दे सके। उसने बताया कि फेल होने के चलते उसे एम ए में प्रवेश नहीं मिला और मजबूरन आईटीआई में दाखिला लेना पड़ा। कमल के अनुसार दोबारा परीक्षा का फार्म भरने पर यूनिवर्सिटी ने उसके नंबर 1 से अपडेट करके 31 कर दिए और उसे वह डिग्री मिल गई।
उसने बताया कि इस लापरवाही के चलते उसका एक साल खराब हो गया तो उसने इसकी शिकायत यूनिवर्सिटी के वीसी को भेजी जिसमें लापरवाही करने वालों पर कार्यवाही की मांग की गई लेकिन अभी तक कोई कार्यवाही न होने के चलते अब शिकायत हरियाणा के राज्यपाल के नाम भेजी जाएगी ताकि वे इस लापरवाही पर कार्यवाही करे। उन्होंने कहा कि लापरवाही करने वालों पर कार्यवाही होने से दोबारा ऐसी गलती कोई नहीं करेगा।