Edited By Manisha rana, Updated: 29 Feb, 2024 06:46 PM
पंजाब-हरियाणा के शंभू और खनौरी बॉर्डर पर अपनी मांगों को लेकर किसान बॉर्डरों पर डटे हुए हैं। वहीं शुभकरण सिंह का शव अंतिम दर्शनों के लिए खनौरी बॉर्डर से बठिंडा लाया गया। बठिंडा के के गांव बल्लो में उसका अंतिम संस्कार किया गया।
हरियाणा डेस्क: पंजाब-हरियाणा के शंभू और खनौरी बॉर्डर पर अपनी मांगों को लेकर किसान बॉर्डरों पर डटे हुए हैं। वहीं शुभकरण सिंह का शव अंतिम दर्शनों के लिए खनौरी बॉर्डर से बठिंडा लाया गया। बठिंडा के के गांव बल्लो में उसका अंतिम संस्कार किया गया।
सरकार ने किसानों के दबाव में शुभकरण को शहीद करार दिया- डल्लेवाल
इस मौके किसान नेता सरवण पंधेर और जगजीत डल्लेवाल भी मौजूद रहे। उन्होंने कहा कि शुभकरण सरकार के जुल्म का मुकाबला सब्र से करता हुआ प्राणों की आहुति देकर गया है। सरकार ने किसानों के दबाव में शुभकरण को शहीद करार दिया। ऑफ सीजन में गन्ने का भाव बढ़ाना पड़ा। हरियाणा में सरकार को कर्ज पर ब्याज-पेनल्टी माफ करना पड़ा।
मांग पूरी होने तक आंदोलन जारी रहेगा- पंधेर
शुभकरण के अंतिम संस्कार के बाद किसान नेता सरवण पंधेर ने कहा कि मांगों को लेकर आंदोलन जारी है। उन्होंने कहा कि 3 मार्च को गांव बल्लो की दाना मंडी में भोग समागम किया जाएगा। उन्होंने कहा कि पंजाब और हरियाणा के किसान आंदोलन को प्यार करने वाले लोग यहां आएं। उन्होंने कहा कि मोदी सरकार के अर्धसैनिक बलों ने किसान को शहीद किया है। इसका जवाब देश के 140 करोड़ लोग मोदी सरकार को देंगे। पंधेर ने कहा कि हम कल भी शांतिपूर्ण थे और आगे भी शांतिपूर्ण तरीके से रहेंगे। मांग पूरी होने तक आंदोलन जारी रहेगा। आने वाले समय में आंदोलन की रूपरेखा को जनता के सामने रखेंगे।
शुभकरण के अंतिम दर्शन के लिए लोग सड़कों खड़े हो गए। पटियाला के राजिंदरा अस्पताल में बोर्ड ने खनौरी बॉर्डर पर मारे गए किसान शुभकरण का पोस्टमार्टम किया। इसके बाद शुभकरण का शव खनौरी बॉर्डर पर लाया गया। जहां किसानों ने श्रद्धांजलि दी।
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