Edited By Deepak Kumar, Updated: 29 Jul, 2025 02:53 PM

प्रधानमंत्री मातृ वंदना योजना भारत सरकार की एक महत्वाकांक्षी योजना है, जिसका उद्देश्य गर्भवती और स्तनपान कराने वाली महिलाओं को उनके पहले जीवित बच्चे के लिए सीधे आर्थिक सहायता प्रदान करना है।
रेवाड़ी (महेन्द्र भारती) : प्रधानमंत्री मातृ वंदना योजना (PMMVY) भारत सरकार की एक महत्वाकांक्षी योजना है, जिसका उद्देश्य गर्भवती और स्तनपान कराने वाली महिलाओं को उनके पहले जीवित बच्चे के लिए सीधे आर्थिक सहायता प्रदान करना है। यह योजना महिला एवं बाल विकास मंत्रालय द्वारा संचालित की जाती है। योजना के तहत दो किश्तों में कुल 5,000 रुपए की राशि प्रदान की जाती है ताकि गर्भावस्था और स्तनपान के दौरान होने वाली संभावित मजदूरी हानि की भरपाई की जा सके।
मिशन शक्ति के तहत बेटी के जन्म पर 6,000 रुपए की सहायता
"मिशन शक्ति" दिशा-निर्देशों के तहत यदि दूसरी संतान के रूप में लड़की का जन्म होता है, तो महिला को 6,000 रुपए की अतिरिक्त सहायता राशि दी जाती है। इसका उद्देश्य समाज में बेटियों के जन्म को प्रोत्साहित करना और जन्म के समय लिंगानुपात को बेहतर बनाना है।
स्वास्थ्य, पोषण और स्तनपान को लेकर जागरूकता बढ़ाना लक्ष्य
इस योजना का उद्देश्य न केवल आर्थिक सहायता देना है, बल्कि महिलाओं को बेहतर स्वास्थ्य सेवा लेने, सही पोषण बनाए रखने और जन्म के छह महीने तक केवल स्तनपान को बढ़ावा देना भी है। यह प्रयास शिशु मृत्यु दर कम करने और मातृ स्वास्थ्य में सुधार लाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है।
रेवाड़ी जिले में अब तक 42 हजार से अधिक लाभार्थी
रेवाड़ी जिले में प्रधानमंत्री मातृ वंदना योजना के तहत वर्ष 2017 से अब तक 42,000 से अधिक महिलाएं लाभान्वित हो चुकी हैं। महिला एवं बाल विकास विभाग की प्रोग्राम अधिकारी शालू यादव ने जानकारी दी कि वर्ष 2025 में अब तक 742 पहली बार गर्भवती महिलाएं और दूसरी डिलीवरी वाली 220 महिलाओं को योजना का लाभ दिया जा चुका है।
आंगनवाड़ी केंद्रों के माध्यम से किया जा सकता है आवेदन
इस योजना का लाभ लेने के लिए पात्र महिलाएं अपने नजदीकी आंगनवाड़ी केंद्र में जाकर आवेदन कर सकती हैं। आवेदन के लिए आधार कार्ड, बैंक खाता विवरण, गर्भावस्था प्रमाण पत्र और स्वास्थ्य संबंधी जरूरी दस्तावेजों की आवश्यकता होती है।
प्रधानमंत्री मातृ वंदना योजना रेवाड़ी जिले सहित पूरे देश में महिलाओं के लिए एक प्रभावी योजना बनकर उभरी है, जो न केवल आर्थिक सहायता प्रदान करती है, बल्कि मातृ एवं शिशु स्वास्थ्य को सशक्त बनाने में भी अहम भूमिका निभा रही है। विभाग ने अपील की है कि योग्य महिलाएं समय रहते आवेदन करें और इस योजना का अधिक से अधिक लाभ उठाएं।
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