Edited By Isha, Updated: 13 Aug, 2024 03:28 PM
सोम नदी में पहली बार 24000 क्यूसेक पानी आया, जिसने दर्जनों गांव में कहर बरपाया। सैकड़ो एकड़ भूमि में खड़ी फसल प्रभावित हुई। अब सोम नदी के टूटे हुए तटबंध सहित अन्य कार्यों की मरम्मत का कार्य युद्ध स्तर पर शुरू किया गया है।
यमुनानगर (सुरेंद्र मेहता): सोम नदी में पहली बार 24000 क्यूसेक पानी आया, जिसने दर्जनों गांव में कहर बरपाया। सैकड़ो एकड़ भूमि में खड़ी फसल प्रभावित हुई। अब सोम नदी के टूटे हुए तटबंध सहित अन्य कार्यों की मरम्मत का कार्य युद्ध स्तर पर शुरू किया गया है।
जल सेवाएं मंडल के एसडीओ सहदेव डागर ने बताया कि अगर वर्षा नहीं हुई तो यह कार्य दो दिन में मुकम्मल कर लिया जाएगा। उन्होंने कहा कि जिन लोगों ने सोम नदी के तटबंध को नुकसान पहुंचाया उनके खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई है। उनके खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाएगी।
याद रहे 2 दिन पहले सोम नदी में आए 24000 क्यूसेक पानी से यमुनानगर जिला के दर्जनों गांव प्रभावित हुए थे। पानी न सिर्फ ग्रामीण इलाकों में बल्कि आबादी में घुस गया था। जिसके चलते लोगों का भारी नुकसान हुआ। सोम नदी की 10000 क्यूसेक की क्षमता की नदी है। लेकिन यहां 24000 क्यूसेक पानी आया जिसके चलते एक जगह उसका 300 फुट का तटबंध टूट गया दूसरी जगह शरारती लोगों ने तटबंध तोड़ दिया जिसके चलते भारी नुकसान हुआ। अब लोग इसके लिए मुआवजे की मांग कर रहे हैं।