Edited By Manisha rana, Updated: 07 Jan, 2024 12:24 PM
इस बार 26 जनवरी को राष्ट्रीय स्तर पर गणतंत्र दिवस के नई दिल्ली में आयोजित कार्यक्रम में परिवार पहचान पत्र की झांकी नजर आएगी।
चंडीगढ़ (धरणी) : इस बार 26 जनवरी को राष्ट्रीय स्तर पर गणतंत्र दिवस के नई दिल्ली में आयोजित कार्यक्रम में परिवार पहचान पत्र की झांकी नजर आएगी। परिवार पहचान पत्र (पीपीपी) मुख्यमंत्री मनोहर लाल का ड्रीम प्रोजेक्ट रहा है। हालांकि विपक्ष इस योजना को लेकर समय-समय पर हरियाणा सरकार को निशाने पर लेता रहा है। इस योजना को लागू करने में काफी परेशानी भी आई और लोगों ने इसका विरोध भी किया। मगर राज्य सरकार ने इसे पूरी ताकत के साथ इस योजना को लागू किया।
PPP की मदद से हरियाणा का डाटा एक क्लिक पर सरकार के पास मौजूद
पीपीपी की मदद से पूरे हरियाणा का डाटा सरकार के पास एक क्लिक पर मौजूद है। इससे प्रदेश के किसी भी वर्ग के लिए नई योजनाएं शुरू करने के लिए सरकार के पास एक विश्वसनीय डाटा मौजूद है। पेंशन व अन्य योजनाओं में अनियमितताओं व गड़बड़ियों को पकड़ने में यह दस्तावेज अहम साबित हुआ है। पीएम नरेंद्र मोदी भी इस योजना की तारीफ कर चुके हैं।
इसके अलावा इस योजना को लागू करने के लिए छह राज्यों समेत कुछ अन्य देशों ने भी अपनी रुचि दिखाई है। पीपीपी के माध्यम से सेवाओं और लोगों को हुए फायदों को झांकी में दिखाया जाएगा। केंद्र सरकार ने परेड के लिए राज्यों को दो थीम का विकल्प दिया था, जिसमें विकसित भारत और मदर ऑफ डेमोक्रेसी थीम शामिल थी। राज्यों को इनमें से एक को चुनना था। हरियाणा ने विकसित भारत की थीम चुनी है। 26 जनवरी की परेड में हरियाणा विकसित भारत के साथ विकसित हरियाणा को भी प्रदर्शित करेगा। वहीं झांकी को बनाने व तैयारियों में हरियाणा के अधिकारी जुट गए हैं। राज्य सरकार के प्रयास हैं कि है कि इस बार राज्य की झांकी अलग ही अपनी छटा बिखेरे।
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