Edited By Mohammad Kumail, Updated: 06 Nov, 2023 03:44 PM
कैथल प्रदूषण विभाग की प्रमुख पूनम लाग्यानं ने बताया कि 5 नवंबर को जारी किए गए आंकड़ों के अनुसार कैथल जिले का एयर क्वालिटी इंडेक्स 434 है...
कैथल (जयपाल रसूलपुर) : देश की राजधानी दिल्ली सहित आसपास के इलाकों में इस वक्त प्रदूषण का प्रकोप तेजी से बढ़ता जा रहा है। हरियाणा में भी इसका असर देखने को मिल रहा है। कैथल में हवा इतनी खराब हो गई है कि प्रदूषण विभाग चिंतित नजर आ रहा है। यहां एयर क्वालिटी इंडेक्स 434 पहुंच चुका है, जो समान से काफी ज्यादा है। अब यहां भी लोगों को दिक्कतें शुरू हो गई हैं।
कैथल प्रदूषण विभाग की प्रमुख पूनम लाग्यानं ने बताया कि 5 नवंबर को जारी किए गए आंकड़ों के अनुसार कैथल जिले का एयर क्वालिटी इंडेक्स 434 है। क्वालिटी इंडेक्स को पांच पैरामीटर के आधार पर मापा जाता है। मेन वैल्यू के आधार पर ही यह आंकड़े जारी होते हैं। उन्होंने कहा कि प्रदूषण विभाग द्वारा कैथल उपायुक्त को चिट्ठी लिखी गई है, जिसमें जिले के सभी विभागों को इसके साथ ही कृषि विभाग उपनिदेशक को जारी आदेशों में बताया गया है कि पराली जलाने के केस को कम हों इसके ऊपर वह काम करें।
वहीं पीडब्ल्यूडी XEN और बीएडआर निर्माणाधीन कार्यों जैसे सड़क बन रही है वहां पर चारदिवारी की जाए, वहां पर पानी का छिड़काव किया जाए। कैथल म्यूनिसिपल कमेटी को भी निर्देश दिए गए हैं कि वह सॉलिड वेस्ट को ना जलाएं। जिले के दमकल विभाग को निर्देश जारी किए गए हैं कि वह पानी का छिड़काव किया करें ताकि एयर क्वालिटी इंडेक्स को सुधारा जा सके। शहर में इंडस्ट्रियल एरिया के प्रधान और ईंट भट्टों के मालिकों को यह निर्देश दिये गये हैं कि वह प्रदूषण कंट्रोल डिवाइस लगवाएं। प्रदूषण कंट्रोल डिवाइस को सुचारू तरीके से चलाएं। यदि इसके बिना कोई चलता हुआ पाया गया तो उनके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।
(हरियाणा की खबरें अब व्हाट्सऐप पर भी, बस यहां क्लिक करें और Punjab Kesari Haryana का ग्रुप ज्वाइन करें।)
(हरियाणा की खबरें टेलीग्राम पर भी, बस यहां क्लिक करें या फिर टेलीग्राम पर Punjab Kesari Haryana सर्च करें।)