पलवल: चीनी मिल उद्घाटन के बाद हुई बंद तो धरने पर बैठे किसान, दोबारा से चालू करने की मांग की
Edited By Ajay Kumar Sharma, Updated: 04 Dec, 2022 09:45 PM
शहर के सहकारी चीनी मिल पेराई सत्र 2022-23 का उद्घाटन होने के बाद बंद हो गई।
पलवल(गुरुदत्त): शहर के सहकारी चीनी मिल पेराई सत्र 2022-23 का उद्घाटन होने के बाद बंद हो गई। जिसे लेकर किसान मिल परिसर में अनिश्चितकालीन धरने पर बैठे है। इस दौरान उन्होंने जमकर नारेबाजी की और कहा कि जब तक दोबारा से चालू नहीं किया जाता, तब तक वह धरने पर बैठे रहेंगे।
बता दें कि पलवल चीनी मिल को शुक्रवार को हरियाणा के सहकारिता, अनुसूचित जाति एवं पिछड़ा वर्ग कल्याण मंत्री डॉ बनवारी लाल ने पिराई सत्र का शुभारंभ किया। परंतु मिल में गन्ने की पेराई शुरू नहीं हो पाई। मिल का मेंटिनेंस कार्य समय पर पूरा नहीं होने के कारण मिल को नहीं चलाया जा सका,जिससे किसान परेशान हैं। जिनके गन्ने कट चुके हैं,उनका गन्ना खेतो में पड़ा सूख रहा है। धरनारत किसानों का कहना है कि सहकारिता मंत्री डॉक्टर बनवारी लाल ने शुक्रवार को पिराई सत्र का शुभारंभ करते हुए कहा था कि सभी किसानों का एक-एक गन्ना खरीदा जाएगा। जब तक चीनी मिल अपने निर्धारित लक्ष्य को पूरा नहीं कर लेती है। तब तक यह मिल एक मिनट के लिए भी बंद नहीं होगी।
मील में 36 लाख क्विंटल गन्ने की पेराई करने का लक्ष्य पूरा करने का दवा भी किया गया था, लेकिन मंत्री के जाते ही मिल को बंद कर दिया गया। किसान नेता महेंद्र सिंह चौहान ने कहा कि मिल को शुरू करने के लिए बॉयलर का चलना जरूरी है। जबकि मिल प्रबंधन ने जनरेटर को चलाकर कुछ समय के लिए मिल को चलाने का नाटक किया। सहकारिता मंत्री डॉक्टर बनवारीलाल के सामने मिल को सुचारू रूप से चलाने के दावे किए गए। परंतु उनके जाते ही मिल को बंद कर दिया गया। उनका कहना है कि पिछले वर्ष की भांति इस वर्ष मिल के पेराई सत्र को देरी से शुरू किया गया है। उन्होंने कहा कि जब भी मिल के नए पिराई सत्र का शुभारंभ किया जाता है। तब मिल में इस तरह की तकनीकी खामियां सामने आती रहती हैं। जिसके चलते मिल को बंद करना पड़ता है।
(हरियाणा की खबरें टेलीग्राम पर भी, बस यहां क्लिक करें या फिर टेलीग्राम पर Punjab Kesari Haryana सर्च करें।)