Edited By Pawan Kumar Sethi, Updated: 29 Nov, 2025 09:46 PM

विदेश भेजने के नाम पर मानव तस्करी कर पीड़ित युवकों से साइबर फ्रॉड कराने के मामले में साइबर क्राइम वेस्ट थाना पुलिस ने एक आरोपी को गिरफ्तार किया है। आरोपी विदेश में नौकरी करने की चाह रखने वालों को पहले थाईलैंड भेजता।
गुड़गांव, (ब्यूरो): विदेश भेजने के नाम पर मानव तस्करी कर पीड़ित युवकों से साइबर फ्रॉड कराने के मामले में साइबर क्राइम वेस्ट थाना पुलिस ने एक आरोपी को गिरफ्तार किया है। आरोपी विदेश में नौकरी करने की चाह रखने वालों को पहले थाईलैंड भेजता। वहां से अवैध रूप से उन्हें दूसरे देशों में भेजकर चीन के नागरिकों द्वारा संचालित अवैध कॉल सेंटर के जरिए ठगने के कार्य में लगाया जाता था। म्यांमार और थाईलैंड पुलिस के माध्यम से गुड़गांव पुलिस ने आरोपी को भारत डिपोर्ट कराया और उन्हें गिरफ्तार कर लिया। पुलिस ने आरोपी को अदालत में पेश कर दो दिन के रिमांड पर लिया है। पुलिस अब तक 20 युवाओं को विदेश में नौकरी दिलाने के झांसा देकर मानव तस्करी करने के अलग-अलग केस में कुल पांच आरोपियों को गिरफ्तार कर चुकी है।
गुरुग्राम की ताजा खबरों के लिए लिंक https://www.facebook.com/KesariGurugram पर टच करें।
दरअसल, साइबर क्राइम वेस्ट थाना पुलिस में एक युवक ने शिकायत दी थी कि थाईलैंड में नौकरी दिलाने को झांसा देकर उनके साथ ठगी हुई है। थाईलैंड भेजने के बाद वहां से डंकी रूट से म्यांमार ले जाकर उसे साइबर ठगी का कार्य करने को कहा गया। जब उसने मना किया तो उसे मारने की धमकी देकर भारत वापस भेजने के नाम पर रुपयों की डिमांड की गई। बाद में म्यांमार सेना द्वारा अक्टूबर-2025 में म्यांमार सेना द्वारा इसे उनके चंगुल से आजाद कराया और थाईलैंड से इसे इसको भारत डिपोर्ट किया गया।
मामले में पुलिस ने केस दर्ज कर कार्रवाई करते हुए एसीपी क्राइम प्रियांशु दीवान की अगुवाई में साइबर क्राइम वेस्ट प्रभारी इंस्पेक्टर संदीप कुमार की टीम ने एक आरोपी को सेक्टर-37, गुरुग्राम से काबू कर लिया। जिसकी पहचान हरियाणा के जींद निवासी प्रवीन (26 वर्ष) के रूप में हुई।
पुलिस पूछताछ में सामने आया कि आरोपी नवम्बर-2024 में थाईलैंड गया था। जहां उसकी मुलाकात साइबर ठगी करने वाले विभिन्न देशों (पाकिस्तान, भारत व चीन) से हुई। दिसम्बर-2025 में भारत आ गया। लेकिन वह साइबर ठगों के सम्पर्क में था और उनके अनुसार अवैध तरीके के काम/ठगी करने लिए भारत से युवाओं को भरने लगा। जिसके बदले उसे कमीशन के तौर पर प्रत्येक व्यक्ति के 50 हजार रुपए मिलते थे।
आरोपी टेलीग्राम व इंस्टाग्राम के माध्यम से भारत में युवाओं से सम्पर्क करता और भारत के युवाओं को थाईलैंड में नौकरी दिलाने का झांसा देकर उन्हें अपने विश्वास में ले लेता। थाइलैंड में रह रहे अपने अन्य साथियों की सहायता से उन्हें अवैध तरीके से थाईलैंड से म्यांमार भेज देता। इसके बाद चाईना मूल के लोगों द्वारा संचालित साइबर ठगी के कार्य में भारतीय युवाओं को झोंक देता। जब कोई व्यक्ति इसका विरोध करता तो उन्हें ये मारने की धमकी देते तथा वापस भेजने के लिए मोटी रकम वसूलते। इस केस में भी आरोपी के साथियों ने पीड़ित को भारत वापस भेजने के बदले 4700 डॉलर की डिमांड की थी। आरोपी अब तक जींद, हरियाणा से दो युवाओं को तरीके से नौकरी का झांसा देकर विदेश भेजने की वारदातों को अंजाम दे चुका है। आरोपी पर वीजा दिलाने के नाम पर रुपए ठगने के सम्बन्ध में जींद में पहले भी एक केस दर्ज है।
एसीपी साइबर क्राइम प्रियांशु दीवान का कहना है कि आरोपी को अदालत में पेश कर रिमांड पर लिया गया है। रिमांड के दौरान आरोपी से उनके साथियों के बारे में पूछताछ की जाएगी और जांच के दौरान जो भी तथ्य सामने आएंगे उसके आधार पर आगामी कार्रवाई की जाएगी।