Edited By Gourav Chouhan, Updated: 10 Nov, 2022 09:42 PM

विरोध शांत नहीं हो रहा है। छात्रों ने सड़क पर उतरकर सरकार के खिलाफ नारेबाजी करते हुए रोष दिखाया और जिला उपायुक्त को एक ज्ञापन भी सौंपा।
रोहतक(दीपक): हरियाणा के सरकारी मेडिकल कॉलेजों में एमबीबीएस की पढ़ाई करने वाले छात्रों के लिए बनाई गई प्रदेश सरकार की बॉन्ड पॉलिसी के खिलाफ छात्रों का गुस्सा शांत नहीं हुआ है। रोहतक के पंडित भगवत दयाल शर्मा स्वास्थ्य विश्वविद्यालय में छात्रों का धरना गुरुवार को 10वें दिन भी जारी रहा। विरोध शांत नहीं हो रहा है। छात्रों ने सड़क पर उतरकर सरकार के खिलाफ नारेबाजी करते हुए रोष दिखाया और जिला उपायुक्त कार्यालय पहुंचकर बॉन्ड पॉलिसी को तुरंत वापस लेने की मांग करते हुए प्रदेश सरकार के नाम एक ज्ञापन भी सौंपा।
बॉन्ड पॉलिसी में किए गए संशोधन से संतुष्ट नहीं हैं छात्र
सरकारी संस्थानों से एमबीबीएस कर रहे छात्रों पर लगाई गई 40 लाख रुपए की बांड पॉलिसी को लेकर छात्र 10 दिन से विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं। इसके बावजूद प्रदेश की गठबंधन सरकार पर इस प्रदर्शन का कोई दबाव बनता हुआ नहीं दिख रहा है। हालांकि सरकार ने बॉन्ड पॉलिसी में कुछ संशोधन करते हुए गजट नोटिफिकेशन जारी कर दिया है। वहीं छात्र उस संशोधन के बाद भी पॉलिसी को पूरी तरह से खत्म करने की मांग कर रहे हैं। फिलहाल सरकार ने कोर्स की शुरुआत में बॉन्ड की राशि जमा करने की बजाए बैंक से ऋण एग्रीमेंट बनवाने की मांग रखते हुए बॉन्ड पॉलिसी में संशोधन किया था।

बॉन्ड पॉलिसी के बदले लोन एग्रीमेंट बनाने को लेकर हो रहा बवाल
विद्यार्थियों का कहना है कि बॉन्ड पॉलिसी के मामले में सरकार की मंशा साफ नहीं दिखाई दे रही है। अभी भी छात्र और संस्थान के बीच में बैंक को थर्ड पार्टी रखा गया है। इससे यह साफ है कि बॉन्ड पॉलिसी की राशि पर बहुत ज्यादा ब्याज भी उन्हें ही चुकाना पड़ेगा। इसलिए मांग करते हैं कि बॉन्ड पॉलिसी को बिल्कुल वापस लिया जाए। छात्रों ने कहा कि जब तक सरकार बॉन्ड पॉलिसी को पूरी तरह वापस नहीं लेगी, तब तक उनका यह धरना इसी प्रकार चलेगा।
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