Edited By Manisha rana, Updated: 21 Aug, 2025 09:25 AM

कालाअंब और नाहन के पहाड़ों में अब भले ही बारिश थम चुकी हो और नदी का जलस्तर पहले से कम हो गया हो लेकिन मारकंडा नदी का कहर अभी भी जारी है।
शाहाबाद मारकंडा : कालाअंब और नाहन के पहाड़ों में अब भले ही बारिश थम चुकी हो और नदी का जलस्तर पहले से कम हो गया हो लेकिन मारकंडा नदी का कहर अभी भी जारी है। पहले से जमा पानी का प्रवाह अब शाहाबाद और आसपास के निचले इलाकों में तबाही मचा रहा है। डेरा बाजीगर (पट्टी झामड़ा) में हालात बेहद खराब हैं। यहां हर घर में नदी का पानी घुस चुका है जिससे करीब 35 परिवारों को घर खाली कर सुरक्षित स्थानों पर शरण लेनी पड़ी है। इनमें से कई परिवार अपने पशुओं सहित मारकंडा मंदिर के शैड के नीचे आश्रय लिए हुए हैं।
कठवा गांव में हालात सबसे गंभीर बने हुए हैं। यहां शाहाबाद से जुड़ने वाली मुख्य सड़क पर 4 से 5 फुट पानी बह रहा है। पहले जहां लोग 2 से 3 फुट बहाव में निकलने की कोशिश कर रहे थे, अब वहां ट्रैक्टरों के सहारे ही रास्ता पार करना संभव हो पाया है। तंगौर गांव में तो अब खेत ही नहीं, कई घर भी जलमग्न हो गए हैं। ग्रामीणों के अनुसार यहां लगभग 70 प्रतिशत फसलें पूरी तरह नष्ट हो चुकी हैं। शाहाबाद के गांव कठवा, मलकपुर, कलसाना, गुमटी, पट्टी जामड़ा, अरूप नगर, तंगौर और मुगलमाजरा में प्रशासन ग्रामीणों को नदी से दूर रहने का आदेश मुनादी से दे रहे हैं। गेज रीडर रविंद्र के अनुसार काला अंब क्षेत्र में अब मात्र 5 हजार क्यूसिक पानी बह रहा है जबकि शाहाबाद में जलस्तर घटकर 19 हजार क्यूसिक रह गया है। बावजूद इसके निचले क्षेत्रों में पानी भराव और कटाव की स्थिति बनी हुई है।
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