Edited By Manisha rana, Updated: 22 Oct, 2024 09:01 AM
जिला प्रशासन को सैटेलाइट में केवल किसानों के धान अवशेषों में लगी आग ही नजर आती है। यदि सरकारी कार्यालयों में कबाड़ को आग के हवाले किया जाए तो यह न तो सैटेलाइट में आता है तथा शायद न ही इससे वायु प्रदूषण होता है।
कैथल (जयपाल रसूलपुर): जिला प्रशासन को सैटेलाइट में केवल किसानों के धान अवशेषों में लगी आग ही नजर आती है। यदि सरकारी कार्यालयों में कबाड़ को आग के हवाले किया जाए तो यह न तो सैटेलाइट में आता है तथा शायद न ही इससे वायु प्रदूषण होता है। कुछ ऐसा ही कैथल में देखने में पाया जा रहा है। पिछले एक सप्ताह से पूरा प्रशासन धान अवशेषों को आग लगाने वाले किसानों की धरपकड़ में जुटा है। आंकड़ों के अनुसार प्रशासन द्वारा सैटेलाइट के माध्यम से धान अवशेष जलाने के 123 मामले सामने आए हैं। इनमें से 83 लोकेशन सही मिलने पर प्रशासन द्वारा किसानों से 1.57 लाख का जुर्माना वसूला गया है। यही नहीं, प्रशासन द्वारा 18 किसानों के खिलाफ एफ.आई.आर. भी दर्ज की गई है।
जिला प्रशासन किसानों के पीछे पड़ा है, जबकि प्रशासनिक अधिकारियों की आंख के नीचे आगजनी हो रही है। सोमवार को कैथल के बस स्टैंड के मुख्य द्वार के निकट पड़े कबाड़ को उठाने की बजाय उसे आग के हवाले कर दिया गया। यह आग करीब 2 घंटे तक सुलगती रही, लेकिन किसी भी अधिकारी या कर्मचारी ने इसे रोकने का प्रयास नहीं किया। नाम न छापने की शर्त पर एक रेहड़ी वाले ने बताया कि रोडवेज व नगर परिषद के कर्मचारी बस स्टैंड व आसपास का कूड़ा-कर्कट यहां एकत्रित करते हैं तथा कुछ दिन बाद इसे आग के हवाले कर दिया जाता है।
कई स्थानों पर आग के हवाले किया जा रहा कूड़ा-कर्कट
केवल कैथल के बस स्टैंड ही नहीं, बल्कि लोक निर्माण विभाग के अधिकारियों व कर्मचारियों द्वारा भी सरेआम प्रदूषण करते देखा जा सकता है। संबंधित विभाग के कर्मचारी नवनिर्माणाधीन सड़क निर्माण व मुरम्मत के समय सरेआम तारकोल व अन्य पदार्थों की सहायता से बजरी का मिक्सर तैयार करते हैं। क्या इससे वायु प्रदूषण नहीं होता? पिछले सप्ताह नगर के नागरिक अस्पताल के सामने मुरम्मत हो रही सड़क के समय तारकोल के कई ड्रमों को आग के हवाले कर बजरी तैयार की गई। इसके साथ ही शहर में सैंकड़ों जगह कूड़ा जलाया जाता है। ऐसे में सवाल उठता है कि यह आगजनी सैटेलाइट में क्यों नहीं आई?
कूड़े में आग लगाने पर सफाई कर्मी सहित दरोगा को किया जाएगा सस्पैंड: ई.ओ.
नगर परिषद के ई.ओ. कुलदीप मलिक ने कहा कि उनका कोई भी सफाई कर्मचारी कूड़ा-कर्कट में आग नहीं लगाता। उनके द्वारा सभी को आदेश दिए गए हैं कि जिस भी सफाई कर्मी ने कूड़ा-कर्कट में आग लगाई तो उसे व संबंधित दरोगा को तुरंत प्रभाव से सस्पैंड किया जाएगा।
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