विधायकों की अनदेखी अधिकारियों पर पड़ेगी भारी, विस अध्यक्ष ज्ञानचंद गुप्ता ने गठित की कमेटी

Edited By Vivek Rai, Updated: 29 Jun, 2022 04:48 PM

ignoring mlas will be heavy on government officers now gyanchand gupta

विधानसभा सदस्यों से लगातार मिल रही शिकायतों को लेकर गुप्ता ने एक कमेटी का गठन किया है। इसमें किसी भी स्तर का अधिकारी हो, वह अब विधायकों की किसी भी प्रकार से अवमानना नहीं कर पाएंगे। कुछ समय पहले तक अधिकारियों द्वारा विधायकों के फोन ना उठाने की...

चंडीगढ़(चंद्रशेखर धरणी): विधायकों के सम्मान में बढ़ोतरी और उनके कार्य तय समय अवधि में करवाने को लेकर प्रदेश के विधानसभा अध्यक्ष ज्ञानचंद गुप्ता ने एक बड़ा कदम उठाया है। विधानसभा सदस्यों से लगातार मिल रही शिकायतों को लेकर गुप्ता ने एक कमेटी का गठन किया है। इसमें किसी भी स्तर का अधिकारी हो, वह अब विधायकों की किसी भी प्रकार से अवमानना नहीं कर पाएंगे। कुछ समय पहले तक अधिकारियों द्वारा विधायकों के फोन ना उठाने की शिकायतें लगातार गुप्ता तक पहुंच रही थी। इसे लेकर गुप्ता और मुख्यमंत्री की बैठक के बाद से अधिकारियों को विधायकों के फोन उठाने के सख्त निर्देश जारी हुए थे। अधिकारी द्वारा किसी कारणवश फोन न उठा पाने की सूरत में कॉल बैक के आदेश थे। बावजूद इसके अधिकारी इसे इतना गंभीर नहीं ले रहे थे। गुप्ता के पास पहुंच रही शिकायतों के कारण नई कमेटी के गठन का बड़ा फैसला लिया गया है। इसमें अब विधायकों द्वारा भेजे गए कार्य को समय अवधि में करके रिपोर्ट करना आवश्यक होगा। राइट टू सर्विस के तहत हर विभाग को कार्य करने होगें। गुप्ता के इस फैसले के बाद विपक्ष के विधायक भी इसे अपने मान सम्मान में बढ़ोतरी मान रहे हैं।

विधायक के निजी सचिव का फोन ब्लॉक करने पर बीडीपीओ पर नाराज  दिखे गुप्ता

गुप्ता लगातार समय-समय पर विधायकों के सम्मान में बढ़ोतरी को लेकर सजग रहते हैं। इसी कारण विपक्षी विधायक भी लगातार उनकी तारीफ करते नजर आते हैं। फरीदाबाद के एक विधायक ने गुप्ता के संज्ञान में क्षेत्र के बीडीपीओ द्वारा उनके निजी सचिव के फोन को 4 महीने से ब्लॉक करके रखने का मामला लाया था और इसी बीडीपीओ पर किसी ठेकेदार ने एफिडेविट देकर 80000 रुपए रिश्वत लेने का आरोप लगाया है। इस मामले को लेकर गुप्ता काफी नाराज दिखे। गुप्ता ने इस मामले की गहराई में जाकर गंभीरता से जांच के लिए 2 विधायकों की एक संयुक्त जांच कमेटी का गठन किया है और 15 दिन में वास्तविक जांच रिपोर्ट के आदेश दिए हैं। गुप्ता ने बताया कि अगर 80000 रुपए की रिश्वत से संबंधित मामला सच्चा है तो अधिकारी अपने खिलाफ बड़ी कार्रवाई के लिए तैयार रहें और अगर एफिडेविट गलत दिया गया है तो उस पर भी कानूनी कार्यवाही की जाएगी।

आगामी मानसून को हाईटेक बनाने की तैयारी कर रहे गुप्ता

आगामी मानसून सत्र के अगस्त में होने की पूरी संभावना है और गुप्ता इस विधानसभा सेशन को पूरी तरह से हाईटेक और पेपरलेस करने के मूड में हैं। इस महत्वपूर्ण विषय पर उनसे बातचीत हुई। उन्होंने बताया कि 1 सप्ताह पहले एक महत्वपूर्ण बैठक इस विषय पर हुई है। लगभग ई विधान सभा को लेकर पूरा काम किया जा चुका है। जरूरत अनुसार मटेरियल, डेस्क पैड, 108 कंप्यूटर जल्द ही आ जाएंगे। टेबल सेट की जा चुकी हैं। नीचे की व्यवस्थाएं पूरी हो चुकी है। लगातार ट्रेनिंग का कार्यक्रम चल रहा है। हम लगातार प्रयासरत हैं और उम्मीद है कि आगामी मानसून सेशन ई विधान सभा के जरिए संपन्न करवाएंगे। गुप्ता ने बताया कि अक्सर मानसून सत्र अगस्त माह में होता है। इस बार भी इसी के आसपास होने की संभावना है ।

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