Edited By Shivam, Updated: 28 Jan, 2021 08:27 PM

26 जनवरी को लाल किला पर हुई शर्मसार करने वाली घटना के बाद विपक्षी नेताओं को अब भी लगता है कि लाल किले पर झंडा फहराने वाले किसान नहीं शरारती तत्व हैं। पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा आज भी किसानों का समर्थन कर रहे हैं। हुड्डा ने कहा कि किसानों...
रोहतक (दीपक): 26 जनवरी को लाल किला पर हुई शर्मसार करने वाली घटना के बाद विपक्षी नेताओं को अब भी लगता है कि लाल किले पर झंडा फहराने वाले किसान नहीं शरारती तत्व हैं। पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा आज भी किसानों का समर्थन कर रहे हैं। हुड्डा ने कहा कि किसानों की मांग जायज है। उन्होंने आंदोलन में मारे गए लोगों के परिवार में सरकारी नौकरी देने की मांग की।
हरियाणा के पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने सरकार पर भी कटाक्ष करते हुए कहा है कि 26 जनवरी की घटना की जांच होनी चाहिए उपद्रव करने वाले कौन लोग हैं वो किसान हैं या आतंकी या शरारती तत्व। हालांकि भूपेंदर सिंह हुड्डा ने लाल किले वाली घटना की निंदा भी की। उनका कहना है कि दो महीने से किसान आंदोलन शांतिपूर्वक कर रहे, लेकिन ये जांच का विषय है ये कि लाल किले तक कैसे पहुंचे।
भूपेंदर सिंह हुड्डा ने अभय चौटाला के इस्तीफे पर सवाल उठाते हुए कहा कि कहीं न कहीं भाजपा सरकार को फायदा पहुंचाने के लिए इस्तीफा दिया है, क्योंकि वे अविश्वास प्रस्ताव लेकर आएंगे, जिसमें एक वोट कम हो जाएगा।