Edited By Shivam, Updated: 10 Sep, 2019 04:55 PM
हरियाणा की 13वीं विधानसभा में विपक्ष का दर्जा हासिल करने वाली इनेलो के विधायकों की संख्या में लगातार हुए पतन का नतीजा यह सामने आया कि कांग्रेस को विपक्ष की कुर्सी मिली गई। हालांकि इस कार्यकाल को खत्म होने में लगभग एक माह का ही समय बचा है, लेकिन...
चंडीगढ़ (ब्यूरो): हरियाणा की 13वीं विधानसभा में विपक्ष का दर्जा हासिल करने वाली इनेलो के विधायकों की संख्या में लगातार हुए पतन का नतीजा यह सामने आया कि कांग्रेस को विपक्ष की कुर्सी मिली गई। हालांकि इस कार्यकाल को खत्म होने में लगभग एक माह का ही समय बचा है, लेकिन औपचारिकताओं के चलते गढ़ी सांपला किलोई से विधायक भूपेन्द्र सिंह हुड्डा को नेता प्रतिपक्ष बनाया गया।
इस बारे में जानकारी देते हुए विधानसभा अध्यक्ष कंवर पाल गुज्जर ने बताया कि कांग्रेस की ओर से भूपेंद्र सिंह हुड्डा को नेता प्रतिपक्ष बनाए जाने का प्रस्ताव विधानसभा को दिया गया था, जिस पर मुहर लगा दी गई। गुज्जर ने यह भी बताया कि इसके साथ दलबदल कानून के तहत नैना चौटाला, राजदीप फोगाट, पिरथी नम्बरदार, अनूप धानक और नसीम अहमद की सदस्यता रद्द कर दी गई है।
गौरतलब है कि इन चार विधायकों ने इनेलो में रहते हुए जननायक जनता पार्टी को अपना समर्थन दिया था। जिसको आधार बनाकर पूर्व नेता प्रतिपक्ष अभय चौटाला ने चारों के खिलाफ कार्रवाई करने की मांग रखी थी। इस मामले में 3 सितंबर को चारों विधायकों ने अपना इस्तीफा दे दिया था, जिसे स्पीकर ने स्वीकार कर लिया था।