Edited By Nitish Jamwal, Updated: 10 Jul, 2024 07:12 PM
शंभू बॉर्डर से बैरिकेड हटाने को लेकर पंजाब हरियाणा हाई कोर्ट ने बड़ा फैसला लिया है। हाई कोर्ट ने दोनों ही सरकारों को स्पष्ट तौर पर कहा है की बॉर्डर को खोला जाए और उसके लिए एक सप्ताह का टाइम दिया गया है।
चंडीगढ़ (चंद्र शेखर धरणी): शंभू बॉर्डर से बैरिकेड हटाने को लेकर पंजाब हरियाणा हाई कोर्ट ने बड़ा फैसला लिया है। हाई कोर्ट ने दोनों ही सरकारों को स्पष्ट तौर पर कहा है की बॉर्डर को खोला जाए और उसके लिए एक सप्ताह का टाइम दिया गया है। शंभू बॉर्डर खोलने समेत मोहनलाल बडोली की बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष के तौर पर ताजपोशी के बारे में हरियाणा के मीडिया सचिव प्रवीण अत्रे ने टिप्पणी दी।अत्रे ने कहा की पंजाब सरकार और हरियाणा सरकार को माननीय हाईकोर्ट ने बैरिकेडिंग हटाने को लेकर कहा है और साथ में कहा है कि कानून व्यवस्था भी बनाए रखें। जो भी जरूरी कदम है वह उठाएं। हमारी यह जिम्मेदारी बनती है कि कोई भी आदमी कानून व्यवस्था को हाथ में ना ले। प्रदेश का माहौल न खराब करें, हरियाणा सरकार अपनी जिम्मेदारी को निभाएगी। माननीय कोर्ट ने कहा है कि धरने प्रदर्शन के लिए स्थान बनाए हुए हैं और उन्हीं जगहों पर धरना प्रदर्शन करें। अगर कोई नागरिक धरना प्रदर्शन करें तो वह निश्चित स्थान पर ही करें वह हाईवे को ब्लॉक नहीं कर सकता है यह माननीय कोर्ट ने साफ तौर पर कहा है। हम पहले दिन से यह बात कह रहे हैं कि हम कानून व्यवस्था खराब नहीं होने देंगे। कानून व्यवस्था को ठीक रखने की जिम्मेदारी हमारी है। हरियाणा प्रदेश के नागरिकों को किसी तरह की परेशानी नहीं होने देंगे। माननीय कोर्ट स्पष्ट कर चुका है कि हाईवे ब्लॉक नहीं होना चाहिए और किसी को भी ब्लॉक नहीं करना चाहिए।
अत्रे ने कहा कि कोई भी प्रदर्शनकारी सड़क पर आकर बैठ जाता था, बार-बार उनसे आग्रह किया जाता था कि ऐसे प्रदर्शन ना करें, लेकिन बावजूद इसके प्रदर्शनकारी अपनी मनमानी कर रहे थे। सरकार ने कई बार आग्रह किया था। पूर्व मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने भी कई बार आग्रह किया था। बार-बार अपील भी की थी कि आप हाईवे ब्लॉक न करें और आपकी जो मांग है उसको लेकर प्रदर्शन करना है तो जो स्थान निश्चित है वहीं पर करें। अब माननीय हाईकोर्ट ने जो निर्देश दिए हैं सरकार अब उन नियमों का पालन करेगी। नागरिकों के हितों की रक्षा करना सरकार की जिम्मेदारी है और वह हरियाणा सरकार बखूबी करेगी।
अत्रे ने कहा कि दोनों प्रदेशों की सरकारों में आपसी तालमेल बनेगा। पहले भी ऐसा कई बार हो चुका हैं। जैसा कि आप जानते हैं कि पहले भी नशे को लेकर लेकर बातचीत हुई थी जब नशा हरियाणा में पांव फैला रहा था, तो उसे वक्त प्रशासनिक स्तर पर आपसी तालमेल बनाया गया था। इस बार भी प्रशासनिक और पुलिस स्तर पर आपसी कार्रवाई की जाएगी।
अत्रे ने कहा कि मोहनलाल बडोली संघ से जुड़े हुए पुराने कार्यकर्ता है और अभी भी संगठन महामंत्री की जिम्मेदारी संभाल रहे थे। मोहनलाल बडोली ने संगठन से लेकर भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष तक का सफर तय किया है। पार्टी ने जो जिम्मेदारी उन्हें दी है उन्होंने वह जिम्मेदारी बखूबी निभाई है। मोहनलाल बडोली का जो संगठन में काम करने का अनुभव है उसका अब पूरे प्रदेश में पार्टी को फायदा मिलेगा। मोहनलाल बडोली पार्टी के एक अच्छे प्रदेश अध्यक्ष साबित होंगे। क्योंकि वह संगठन को लेकर अपनी कार्यकुशलता को पहले ही साबित कर चुके हैं। मोहनलाल को बहुत-बहुत बधाई देता हूं की पार्टी ने उन्हें इतनी बड़ी जिम्मेदारी दी है और उसे वह बखूबी निभाएंगे। मोहनलाल बडोली जी के नेतृत्व में तीसरी बार हरियाणा में बीजेपी की सरकार बनेगी।
अत्रे ने कहा कि यह मीडिया का आंकलन है लेकिन पार्टी की अपनी एक समीक्षा है। बीजेपी में उस व्यक्तित्व को ऐसे पद मिलते हैं जो इस पद का दायित्व निभाने में सक्षम हो। बीजेपी में पूरा ट्रैक रिकार्ड देखा जाता है जो संगठन के लोगों को साथ लेकर चले उसे ऐसी जिम्मेदारी दी जाती है।