Edited By Punjab Kesari, Updated: 06 Jun, 2017 03:59 PM
हरियाणा की खट्टर सरकार ने अब सरकारी डैंटल सर्जन्स को भी आयु सीमा में बढ़ौतरी का तोहफा दिया है।
चंडीगढ़ (पांडेय):हरियाणा की खट्टर सरकार ने अब सरकारी डैंटल सर्जन्स को भी आयु सीमा में बढ़ौतरी का तोहफा दिया है। प्रदेश में डैंटल सर्जन्स की सेवानिवृत्त आयु 58 साल से बढ़ाकर 62 साल कर दी गई है। स्वास्थ्य मंत्री अनिल विज के इस प्रस्ताव पर मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर ने अपनी मोहर लगा दी है। इससे पहले एम.बी.बी.एस. डाक्टरों की उम्र सीमा 58 साल से बढ़ाकर 65 साल की गई थी।
खास बात यह है कि हरियाणा के डैंटल सर्जन्स का पदनाम भी बदल दिया गया है, उन्हें अब एम.ओ. डैंटल कहा जाएगा। दूसरे मैडीकल अफसरों की तरह से अब डैंटल सर्जन भी मैडीकल अफसर की श्रेणी में शामिल हो गए हैं। सरकार के इस निर्णय से प्रदेश के करीब 600 डाक्टरों को फायदा होगा।
गौरतलब है कि डैंटल सर्जन्स की मांग की थी कि उन्हें मैडिकल अफसरों की तरह से मैडिकल अफसर डैंटल का नाम दिया जाए। जहां एल.आर. ने अपनी रिपोर्ट में डैंटल सर्जन्स का पदनाम बदलने पर राय जाहिर की। बताया गया कि एल.आर. ने अपनी रिपोर्ट में कहा कि इन्हें मैडीकल अफसर डैंटल का नाम दिया जाना चाहिए। एल.आर. की राय आने के बाद स्वास्थ्य मंत्री अनिल विज ने विभाग के प्रमुख सचिव अमित झा को केस तैयार करने के आदेश दिए, जिस पर मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर ने अपनी मोहर लगा दी है।