Edited By Deepak Kumar, Updated: 29 Jul, 2025 12:40 PM

समाज में दहेज, डीजे और अन्य कुरीतियों को जड़ से खत्म करने की दिशा में डागर पाल के पंचों ने एक अहम कदम उठाया है। इस सिलसिले में गांव झाड़सेंतली में एक पंचायत का आयोजन किया गया।
फरीदाबाद (अनिल राठी): समाज में दहेज, डीजे और अन्य कुरीतियों को जड़ से खत्म करने की दिशा में डागर पाल के पंचों ने एक अहम कदम उठाया है। इस सिलसिले में गांव झाड़सेंतली में एक पंचायत का आयोजन किया गया, जिसमें डागर पाल के प्रधान धर्मबीर मिंडकोला मुख्य अतिथि के रूप में शामिल हुए। गांव पहुंचने पर पहलवान किशनलाल व ग्रामीणों ने सभी पंचों का पारंपरिक तरीके से पगड़ी बांधकर स्वागत किया।
प्रधान धर्मबीर मिंडकोला ने अपने संबोधन में कहा कि आज दहेज प्रथा समाज की सबसे बड़ी समस्या बन चुकी है, जो हमारी बहन-बेटियों के जीवन को निगल रही है। इसके साथ ही, युवाओं में बढ़ती नशाखोरी भी आने वाली पीढ़ी के लिए गंभीर खतरा है। उन्होंने कहा कि शादियों में होने वाले अनावश्यक खर्चों, डीजे के शोर-शराबे और मृत्यु भोज पर सख्त रोक लगाने का निर्णय लिया गया है। यह मुहिम डागर पाल के 16 गांवों से शुरू की जाएगी, जिसमें समाज में फैली निरक्षरता को दूर करने पर भी जोर रहेगा।
धर्मबीर मिंडकोला ने कहा कि डीजे की वजह से कई दर्दनाक घटनाएं सामने आ चुकी हैं, इसलिए समय रहते इस पर नियंत्रण जरूरी है। उन्होंने बताया कि यह पहल केवल डागर पाल तक सीमित नहीं रहेगी, बल्कि आगे 52 पालों को जोड़कर पूरे समाज को इन कुरीतियों से मुक्त करने का अभियान चलाया जाएगा।
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