Edited By Isha, Updated: 10 Dec, 2025 12:55 PM

नूंह मेडिकल चिकित्सा के दौर में भी कई लोग नीम हकीम के चक्कर में जान जोखिम में डाल रहे हैं। ऐसा ही मामला सामने आया है जहां नीम हकीम के चक्कर में एक 11 साल के बच्चे का हाथ कटवाना पड़ा
नूंह : नूंह मेडिकल चिकित्सा के दौर में भी कई लोग नीम हकीम के चक्कर में जान जोखिम में डाल रहे हैं। ऐसा ही मामला सामने आया है जहां नीम हकीम के चक्कर में एक 11 साल के बच्चे का हाथ कटवाना पड़ा। मामला पलवल के हथीन उपमंडल अंतर्गत गांव खल्लुका गुराकसर का है। 23 नवंबर को घर में चेंबर के लिए खोदे गड्ढे में 11 वर्षीय जुनैद गिर गया। जिसके कारण बच्चे का हाथ मुड़ने से कलाई टूट गई।
ऐसा देख परिजन नजदीक गांव मालुका में देसी हकीम शहीद (50) के घर पहुंचे, लेकिन हकीम शहीद के ना मिलने पर उसके 25 वर्षीय लड़के ने बच्चे के हाथ में देसी तरीके से पट्टी बांधते जल्द ठीक होने की बात कही। इसके बाद परिजन घर चले गए, लेकिन दो दिन तक तेज दर्द और कोई आराम न मिलने पर परिजन बच्चे को लेकर फिर हकीम के पास पहुंचे और कहा कि कोई आराम नहीं हुआ। इसके बाद फिर परिजन हकीम के पास पहुंचे और बताया कि एक्स-रे से पता चला है कि हड्डी जुड़ी नहीं है।
इस पर हकीम ने परिजनों से कहा कि एक्स-रे से गलती हो गई, लेकिन ये हड्डी जुड़ जाएगी। वहीं इससे बाद परिजन नूंह में एक और हकीम के पास पहुंचे तो हाथ दिखाया तो पता चला कि हाथ गलने लगा है। इसके बाद परिजन पलवल के निजी अस्पताल में पहुंचे तो डॉक्टर ने स्थिति को देखते हुए हाथ काटने की बात कही।
परिजन उसे दिल्ली के एक अस्पताल में भी ले गए, लेकिन यहां भी हाथ काटने की नौबत बताई गई। इसके बाद परिजन नूंह के मेडिकल कॉलेज नल्हड़ पहुंचे तो हड्डी रोग विशेष (ऑर्थोपेडिक) डॉक्टर ने बताया कि देसी पट्टी टाइट बांधने से इसकी नसे खराब हो गई है खून की सप्लाई बंद हो गई है जिसके कारण बच्चे का हाथ काटना पड़ेगा नहीं तो इंफेक्शन और बढ़ सकता है।