Edited By Mohammad Kumail, Updated: 05 May, 2023 03:48 PM

उप मुख्यमंत्री दुष्यंत चौटाला ने जानकारी देते हुए बताया की सन 2018-19 में कैथल के पुंडरी में 22 करोड़ रुपए के गेहूं को खुले में रखकर उसे जानबूझकर सड़ाने वाले जिम्मेदार अधिकारियों के खिलाफ एफआईआर दर्ज करने और उनसे रिकवरी करने के आदेश दिए गए हैं।
कैथल(जयपाल) : हरियाणा के कैथल, कुरुक्षेत्र, करनाल सहित कई अन्य जिलों में भारी मात्रा में गेंहूं सड़ गया था। इस मामले की जांच को लेकर एक उच्चस्तरीय जांच कमेटी का गठन किया था। जांच कमेटी की रिपोर्ट में कई जिम्मेदार अधिकारी दोषी पाए गए हैं। शुक्रवार को उप मुख्यमंत्री दुष्यंत चौटाला ने मामले में जानकारी देते हुए बताया कि सन 2018-19 में कैथल के पुंडरी में 22 करोड़ रुपए के गेहूं को खुले में रखकर उसे जानबूझकर सड़ाने वाले जिम्मेदार अधिकारियों के खिलाफ एफआईआर दर्ज करने और उनसे रिकवरी करने के आदेश दिए गए हैं। साथ ही डिप्टी सीएम ने बताया की जांच के दौरान करीब 10 करोड़ का गेंहू शार्ट पाया गया था।
वहीं बता दें कि ये गेहूं सड़ाने का घोटाला केवल कैथल जिले में ही नहीं बल्कि कुरुक्षेत्र, करनाल और राज्य के अन्य जिलों से भी सामने आया था। जिस पर संज्ञान लेते हुए सरकार ने चार उच्च स्तरीय अधिकारियों की जांच कमेटी का गठन किया था। कमेटी की जांच के दौरान इन सभी जिलों के तत्कालीन जिम्मेदार अधिकारियों को दोषी पाया गया है। जिनके खिलाफ प्रथमिकी दर्ज करने व उनसे रिकवरी करने के आदेश जारी कर किए गए हैं।
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