Edited By Manisha rana, Updated: 05 Mar, 2024 02:10 PM
चौधरी चरण सिंह विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. बीआर कम्बोज ने धारूहेड़ा स्थित एग्रो फार्म पर प्राकृतिक खेती का निरीक्षण किया। यहां उन्हें प्रगतिशील किसान यशपाल खोला ने उन्हें प्राकृतिक खेती के माध्यम से तैयार सरसों, पीली सरसों, गेहूं, जौ, चना, सब्जियों...
रेवाड़ी(महेंद्र भारती): चौधरी चरण सिंह विश्वविद्यालय, हिसार के कुलपति प्रो. बीआर कम्बोज ने धारूहेड़ा स्थित एग्रो फार्म पर प्राकृतिक खेती का निरीक्षण किया। इस दौरान प्रगतिशील किसान यशपाल खोला ने कम्बोज को फार्म भ्रमण कराते हुए प्राकृतिक खेती के माध्यम से तैयार सरसों, पीली सरसों, गेहूं, जौ, चना, सब्जियों की फसलों के साथ साथ फार्म का अवलोकन कराया। कुलपति ने यहां के किसानों के प्राकृतिक खेती के प्रति जागरूकता को सराहा।
उन्होंने कहा कि यशपाल खोला हमारे विश्वविद्यालय का विद्यार्थी रहे हैं। उन्होंने जहर मुक्त खेती के प्रति देश-प्रदेश के किसानों में जागृति का संचार किया है। किसानों को प्राकृतिक खेती करने के लिए प्रोत्साहित किया। कम्बोज ने देश के किसानों से कहा कि वो प्राकृतिक खेती में अपने कदम आगे बढ़ाएं ताकि उपभोक्ताओं को ज़हर मुक्त भोजन उपलब्ध कराया जाए।
यशपाल खोला ने कुलपति को फार्म के प्राकृतिक उत्पादों का बैग व फार्म पर तैयार देशी बीज तैयार करने के लिए देशी घीया का तूम्बा भेंट किया। यह विश्वविद्यालय के सीड्स बैंक में रिसर्च करने में काम आएगा। इस मौके पर एग्री रिसर्चर सेंटर हैंड डा. धर्मवीर यादव, कृषि महाविद्यालय बावल के प्राचार्य डा. नरेश कोशिक, एसडीओ डा. दीपक यादव व डा. अनिल लाम्बा भी उपस्थित थे।
बता दें कि मोदी सरकार लगातार देश के किसानों को प्राकृतिक खेती की ओर रूख करने के लिए प्रोत्साहित कर रही है। फरवरी माह में अपने अंतिम मन की बात कार्यक्रम में उन्होंने देश के कुछ उन किसानों से भी चर्चा की थी, जिन्होंने प्राकृतिक खेती की दिशा उल्लेखनीय प्रगति की है।