Edited By Isha, Updated: 11 Apr, 2021 03:09 PM
केंद्र सरकार के तीन किसी कारणों के विरोध में सिंघु बॉर्डर पर चल रहे किसानों के धरने पर एक और किसान की मौत हृदय गति रुकने से हो गई। मृतक की पहचान राजेंद्र निवासी गांव बिचपड़ी गोहाना के रूप में हुई हैं। मृतक किसान राजेन्द्र के परिजनों ने बताया कि...
गोहाना(सुनील): केंद्र सरकार के तीन किसी कारणों के विरोध में सिंघु बॉर्डर पर चल रहे किसानों के धरने पर एक और किसान की मौत हृदय गति रुकने से हो गई। मृतक की पहचान राजेंद्र निवासी गांव बिचपड़ी गोहाना के रूप में हुई हैं। वह लगातार चार महीने से किसानों के धरने पर मौजूद था। 10 दिन पहले उसके परिचित की मौत होने के बाद वह कल ही धरने पर वापस लौटा था। आज सुबह करीब 3 बजे राजेंद्र के सीने में दर्द हुआ दर्द इतना था कि उसकी दर्द के कारण मौत हो गई। उसके बाद मृतक के शव को उसके पैतृक गांव बिचपड़ी लाया गया जहां उसका अंतिम संस्कार कर दिया गया।
किसानो का कहना है की किसान तीन कृषि कानूनों को रद्द करवाने की मांग पिछले चार महीने से ज्यादा का समय से धरने पर बैठे हुए है लेकिन सरकार किसानो की और ध्यान नहीं दे रही जिस के चलते किसान धरणो पर अपनी जान गवा चुके है । किसानो ने सरकार से मांग की है सरकार अपनी हटधर्मिता को छोड़ तीनो कृषि कानूनों को वापस ले।
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