Edited By Isha, Updated: 29 Jul, 2022 03:59 PM
पूर्व केंद्रीय जल शक्ति व सामाजिक न्याय अधिकारिता मंत्री वर्तमान सांसद रतनलाल कटारिया ने कहा कि संविधान सभा में हुई बहस में भी प्र:मंत्री जवाहरलाल नेहरू ने राष्ट्रपति को राष्ट्रपत्नी कहे जाने के विचार को सिरे से खारिज कर दिया था । तो आज किस मुंह से...
चंडीगढ़( चंद्र शेखर धरणी): पूर्व केंद्रीय जल शक्ति व सामाजिक न्याय अधिकारिता मंत्री वर्तमान सांसद रतनलाल कटारिया ने कहा कि संविधान सभा में हुई बहस में भी प्र:मंत्री जवाहरलाल नेहरू ने राष्ट्रपति को राष्ट्रपत्नी कहे जाने के विचार को सिरे से खारिज कर दिया था । तो आज किस मुंह से कांग्रेस एक आदिवासी महिला द्रौपदी मुर्मू जी के बारे में ऐसे अपशब्दोका प्रयोग कर रही है।
रतनलाल कटारिया ने कहा कि काग्रेस सांसद व विपक्ष के नेता अधीर रंजन चौधरी ने जिस तरह राष्ट्रपति के लिए अमर्यादित शब्द का इस्तेमाल किया, वह एक सांसद के आचरण के अनुरूप नहीं है । रतनलाल कटारिया ने कहा कि देश का आम से आम व्यक्ति भी प्रधानमंत्री, राष्ट्रपति, संसद के नाम से भलीभांति परिचित हैl ऐसे में अधीर रंजन चौधरी का यह कहकर पल्ला झाड़ने की कोशिश करना कि जुबान फिसल गई थी। यह दलील तो श्रीमती सोनिया गांधी को कटघरे में खड़ा करती है कि उन्होंने किस प्रकार के विवादित व्यक्ति को सदन में कांग्रेस का नेता बनाया है। अधीर रंजन चौधरी की अधीरता कांग्रेस को अक्सर भारी पड़ती रही है । राष्ट्रपति चुनाव के दौरान प्रत्याशी के बारे में पसंद या नापसंद किसी सांसद या पार्टी की हो सकती है, लेकिन चुनाव के बाद अब द्रौपदी मुर्मू जी भारत की नवनिर्वाचित राष्ट्रपति हैं, इसलिए उनके प्रति सम्मान हर नागरिक का दायित्व है।
रतनलाल कटारिया ने कहा कि इस वक्त कांग्रेस की जो डूबते जहाज जैसी स्थिति है और सोनिया गांधी से एड़ी की पूछताछ के चलते वे व्यक्तिगत तौर पर निराश हो सकते हैं,लेकिन इसका मतलब यह नहीं है कि वह राष्ट्रपति के लिए अमर्यादित भाषा का प्रयोग करें । सांसद अधीर रंजन ने जो जुबान फिसलने व हिंदी कम जानने की दलील दी है, वह पचने लायक नहीं है l रतनलाल कटारिया ने कहा कि राष्ट्रपति के लिए प्रेसिडेंट शब्द सभी भाषा में स्वीकार्य है । रतनलाल कटारिया ने कहा कि नवनिर्वाचित राष्ट्रपति द्रोपदी मुर्मू पर कांग्रेस नेता अधीर रंजन की टिप्पणी देश के सर्वोच्च पद का जनजातीय समाज का और भारत की स्वस्थ लोकतांत्रिक परंपरा पर विश्वास करने वाली जनता का अपमान है। कांग्रेस को इसके लिए देशवासियों से माफी मांगनी होगी कांग्रेस के नेताओं के मन में आदिवासी समाज के प्रति कोई सम्मान नहीं है। रतनलाल कटारिया ने कहा कि कांग्रेस ने राष्ट्रपति का अपमान किया, इस देश की हर महिला का अपमान किया देश के आदिवासी का अपमान किया इस सदन का अपमान किया है यह देश नही सहेगा।