Edited By Shivam, Updated: 04 May, 2021 01:43 PM
कोरोना के बढ़ते प्रकोप के बीच ऑक्सीजन की किल्लत से हालात खराब हो रहे हैं। सोनीपत में इस समय कुछ ऐसा ही हाल है और ऑक्सीजन लेने को जिमखाना क्लब में आधी रात को करीब 200 सिलिंडर लाइन में लगा दिए जाते हैं। उनकी परेशानी को समझे बिना ही...
सोनीपत: कोरोना के बढ़ते प्रकोप के बीच ऑक्सीजन की किल्लत से हालात खराब हो रहे हैं। सोनीपत में इस समय कुछ ऐसा ही हाल है और ऑक्सीजन लेने को जिमखाना क्लब में आधी रात को करीब 200 सिलिंडर लाइन में लगा दिए जाते हैं। उनकी परेशानी को समझे बिना ही अचानक ऑक्सीजन सिलिंडर नहीं देने की बात कहकर मरीजों के परिजनों को वापस भेज दिया जाता है।
सोमवार को ऐसे ही सैकड़ों लोगों को वहां से वापस भेज दिया गया। अगर किसी कोरोना मरीज का ऑक्सीजन लेवल गिरता है तो उसके परिजनों को डॉक्टर से पर्चे पर यह लिखवाकर लाना होगा कि मरीज की जान बचाने के लिए ऑक्सीजन की जरूरत है। यह लिखवाकर लाने वाले मरीजों के परिजनों को जिमखाना क्लब से सिलिंडर दिए जा रहे थे। वहां करीब 50 सिलिंडर प्रतिदिन दिए जा रहे थे, जबकि वहां करीब 200 मरीजों के परिजन सिलिंडर लेने पहुंच रहे थे। इस तरह सिलिंडर के लिए 24 घंटे तक भी वहां रहना पड़ता था।
वहीं डीसी श्यामलाल पुनिया ने बताया कि ऑक्सीजन का गलत इस्तेमाल हो रहा था, इसलिए ही जिमखाना क्लब से ऑक्सीजन सिलिंडर देने बंद कर दिए गए हैं। इस तरह किसी को सिलिंडर नहीं दिए जाएंगे। मरीजों को भर्ती करने के लिए ऑक्सीजन बेड तैयार कराए जा रहे हैं और किसी को दिक्कत होगी तो वहां भर्ती किए जाएंगे।
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