Edited By Updated: 24 Nov, 2015 06:18 PM

मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने मंगलवार को यहां हुई बैठक में अधिकारियों को निर्देश दिए कि वे प्रदेश के दस हजार से अधिक
चंडीगढ़ : मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने मंगलवार को यहां हुई बैठक में अधिकारियों को निर्देश दिए कि वे प्रदेश के दस हजार से अधिक आबादी वाले सभी बड़े गांवों में सीवरेज सुविधा उपलब्ध करवाने के योजना तैयार करें। उन्होंने ऐसे गांवों को अपेग्रड करने तथा इनमें 50 बिस्तरों का अस्पताल उपलब्ध करवाने को भी कहा। इसके लिए इन गांवों का नाम नगर पंचायत या नगरीय गांव रखने का भी सुझाव दिया।
मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने मंगलवार को चंडीगढ़ में हुई बैठक में अधिकारियों को दिशा निर्देश दिए कि दिसम्बर माह के प्रथम सप्ताह के ग्राम एवं पंचायत विभाग सभी इंजीनियरिंग विभागों तथा इस क्षेत्र में विशेष अनुभव रखने वाली कम्पनियों के प्रतिनिधियों का एक दो दिवसीय सेमिनार बुलाया जाए और योजना का प्रारूप तैयार किया जाए। बैठक में ग्रामीण सीवरेज व्यवस्था पर बुलाई गई उच्चस्तरीय बैठक की अध्यक्षता कर रहे थे। बैठक में यह निर्णय लिया गया कि इसके लिए सम्बन्धित विभागों के प्रशासनिक सचिवों को विशेष जिम्मेदारी सौंपी जाए।
मुख्यमंत्री ने सभी शहरों की अनाधिकृत कालोनियों का सर्वे जल्द से जल्द पूरा करने को कहा। ऐसी कॉलोनियों का अलग से वर्गीकरण किया जाए। कॉलोनियों में सामान्य स्थल पर पेयजल तथा बिजली कनेक्शन उपलब्ध करवाए जाए।
बैठक में बताया गया कि सभी 79 शहरों में सर्वे का काम जारी है और शीघ्र ही इसे पूरा कर लिया जाएगा। रोहतक, पानीपत ,कुरूक्षेत्र व हिसार से कुछ प्रस्ताव भी विभाग को प्राप्त हुए हैं। स्वच्छता अभियान के तहत भी 1400 परियोजनाएं स्वीकृत हुई हैं। मुख्यमंत्री ने नाबार्ड के तहत भी परियोजना को आगे बढ़ाने को कहा।
मनोहर लाल ने कहा कि दूध डेयरियों को शहरों से बाहर ले जाने के लिए जाए लोगों को प्रेरित किया जाए और ऐसा करने वाले लोगों को दूध पर दो से चार रुपये प्रति लीटर सबसीडी देेकर प्रोत्साहित किया जाए।