Edited By Gaurav Tiwari, Updated: 30 Sep, 2024 08:18 PM
इसमें कोई दोराय नहीं है कि निर्दलीय प्रत्याशी होकर भी नवीन गोयल बड़ी पार्टियों के प्रत्याशियों पर भारी पड़ रहे हैं। हर रोज उन्हें किसी न किसी बिरादरी का मिल रहा समर्थन उनकी राजनीतिक जमीन को और अधिक मजबूत बना रहा है।
गुड़गांव, (ब्यूरो): इसमें कोई दोराय नहीं है कि निर्दलीय प्रत्याशी होकर भी नवीन गोयल बड़ी पार्टियों के प्रत्याशियों पर भारी पड़ रहे हैं। हर रोज उन्हें किसी न किसी बिरादरी का मिल रहा समर्थन उनकी राजनीतिक जमीन को और अधिक मजबूत बना रहा है। राजनीति के जानकार कहते हैं कि नवीन गोयल की मजबूती का कारण उनकी चुनावी रणनीति है। भले ही उन्होंने अब से पहले कोई चुनाव ना लड़ा हो, लेकिन उनका चुनाव प्रबंधन सब प्रत्याशियों को मात दे रहा है।
चाहे तकनीकी रूप से चुनाव प्रचार की बात करें या फिर उनके समर्थकों द्वारा शहर में डोर टू डोर प्रचार की बात करें, हर स्तर पर नवीन गोयल का प्रचार गुरुग्राम ही नहीं पूरे हरियाणा में चर्चा का विषय बना हुआ है। पूरे हरियाणा की नजर गुडग़ांव विधानसभा सीट पर अधिक है। क्योंकि यहां टिकट कटने के बाद नवीन गोयल ने 36 बिरादरी के कहने पर निर्दलीय प्रत्याशी के रूप में चुनाव में ताल ठोंकी है। गुरुग्राम में यह चर्चाएं जोर पकड़ चुकी हैं कि नवीन गोयल जीत की ओर से अग्रसर हैं। उनकी जीत होनी तय है। शहर में फैले उनके समर्थकों, कार्यकर्ताओं, सहयोगियों, साथियों ने घर-घर में नवीन गोयल को किसी न किसी माध्यम से पहुंचा दिया है। खुद नवीन गोयल इस बात का दावा करते हैं कि किसी घर में 5 वोट हैं और वे दूसरे दल के लिए कट्टर हैं, तो भी उनमें से हमें दो वोट जरूर मिलेंगे। कहीं ना कहीं उनकी यह गणना सटीक भी है। हमने कुछ परिवारों से ऐसी राय भी जानी तो यह बात निकलकर सामने आई कि वे लोग वोट किसी एक पार्टी या प्रत्याशी को नहीं बल्कि बांटकर देंगे। निर्दलीय प्रत्याशी नवीन गोयल को जरूर वोट देंगे। यानी यह राय किसी की नहीं थी कि दो पार्टियों को आधे-आधे वोट देंगे। लोगों के जहन में किसी न किसी रूप में नवीन गोयल का नाम है।
निर्दलीय प्रत्याशी होते हुए भी नवीन गोयल को समर्थन देने वालों की सूची में रोज नए नाम जुड़ रहे हैं। पंजाबी समाज, ब्राह्मण समाज, राजपूत समाज, स्वर्णकार संघ, जांगड़ा समाज, वाल्मीकि समाज, एससी समाज, धानक समाज, वाष्र्णेय समाज, सदर बाजार, खांडसा बाजार व शहर में अन्य मार्केट के व्यापारी खुलकर समर्थन दे चुके हैं। खुद आगे बढक़र उनका चुनाव प्रचार सब संभाले हुए हैं। भाजपा छोडक़र बहुत बड़ी संख्या में पन्ना प्रमुख, बूथ प्रमुख नवीन गोयल के साथ आ चुके हैं। अपने-अपने बूथ से नवीन गोयल की जीत का गारंटी भी ये लोग दे चुके हैं।
राजनीति के साथ कैनविन फाउंडेशन से भी नवीन गोयल का नाम घर-घर पहुंचा है। सस्ता उपचार देकर गुरुग्राम की जनता का उन्होंने दिल जीत रखा है। भले ही नवीन गोयल वोट बैंक बनाने के लिए कैनविन का सहारा ना ले रहे हों, लेकिन जिन लोगों ने कैनविन से स्वास्थ्य लाभ लिया है, वे नवीन गोयल को अपने वोट का लाभ जरूर देेंगे। पिछले दिनों एक चुनावी जनसभा में पहुंची एक महिला ने रोते हुए नवीन गोयल के समक्ष अपने पति की बीमारी का जिक्र करके सबको भावुक कर दिया। कैनविन आरोगय धाम में उनके पति का ऑपरेशन होना था, फिर भी वह नवीन गोयल की सभा में पूरे मन से पहुंची थी। नवीन गोयल का हाथ चूमकर महिला ने भगवान से यही प्रार्थना की कि नवीन गोयल को कामयाबी मिले। अपने चुनावी सफर पर नवीन गोयल कहते हैं कि हमने हमेशा यही प्रयास किया कि अपने हाथ से सबका भला हो। किसी का बुरा ना हो। सेवा में कभी स्वार्थ नहीं देखा। यह जनता का प्यार है जो हमारे साथ रोज नए लोग जुड़ रहे हैं। हम सिर्फ अपने लिए वोट नहीं जुटा रहे, बल्कि हम लोगों की प्रार्थना, अरदास, प्रेयर, दुआ भी इक_ी कर रहे हैं। प्रार्थना, अरदास, प्रेयर, दुआ में बहुत बड़ी ताकत होती है। भगवान हर किसी की सुनता है। उन्होंने इस बात का पूर्ण विश्वास है कि गुडग़ांव की देवतुल्य जनता उन्हें कामयाबी देकर चंडीगढ़ भेजेगी। चंडीगढ़ पहुंचकर 5 साल तक वे जनता की सेवा को और अधिक मजबूती के साथ करेंगेे।