Edited By Gaurav Tiwari, Updated: 11 Apr, 2024 08:48 PM
हेंद्रगढ़ के उन्हानी गांव में प्राइवेट स्कूल की बस के पलटने से हुए दर्दनाक हादसे के बाद लोग स्कूल बसों के नियमों की अनदेखी पर सवाल उठा रहे हैं।
गुड़गांव, (ब्यूरो): महेंद्रगढ़ के उन्हानी गांव में प्राइवेट स्कूल की बस के पलटने से हुए दर्दनाक हादसे के बाद लोग स्कूल बसों के नियमों की अनदेखी पर सवाल उठा रहे हैं। वहीं प्रदेश सरकार की ओर से भी आरटीओ व अन्य विभागों के अधिकारियों की लापरवाही पर कार्रवाई करने के आदेश दिए गए हैं। गुरुग्राम में भी इस हादसे के बाद स्कूलों के वाहनों पर पेरेंट्स सवाल उठा रहे हैं। पेरेंट्स को भी अपने बच्चों की चिंता सताने लगी है। पेरेंट्स का कहना है कि कई बार स्कूल बस ड्राइवर जल्दबाजी में नियमों की जमकर धज्जियां उड़ाते हैं।
सुबह स्कूल जाते समय और दोपहर को स्कूल से जाते समय स्कूल बस ड्राइवर्स की लापरवाही देखी जा सकती है। सुबह स्कूल पहुंचने की जल्दी और दोपहर को बच्चों को घर छोडऩे की जल्दबाजी में कई बार हादसे हुए हैं। गुरुग्राम शहर की बात करें तो यहां सुबह 7 बजे से पहले स्कूल बसें सड़कों पर दौड़ती देखी जा सकती हैं। ये बसें दूर स्कूल होने की वजह से बच्चों को आधे घंटे से ही अधिक समय पहले लेकर जाती हैं। अक्सर देखा जाता है कि इन स्कूल बसों के ड्राइवर एक-दूसरे से पहले पहुंचने या फिर आगे निकलने के चक्कर में ट्रैफिक नियमों की अवहेलना करते हैं। ओवर स्पीड में बसों को दौड़ाते हैं या फिर रेड लाइट जम्प करने के अलावा रॉन्ग साइड से बसें चलाकर स्टूडेंट्स के जीवन से खिलवाड़ करते देखे जा सकते हैं।
हादसे से सहमीं स्कूली बच्चों की माताओं ने जताई चिंता
स्कूल बसों में ड्राइवर के भरोसे पेरेंट्स अपने बच्चों को स्कूल भेजते हैं। कनीना में शराब के नशे में धुत्त ड्राइवर की लापरवाही से गुरुग्राम के पेरेंट्स में चिंता बन गई है। पेरेंट्स का कहना है कि उनसे बसों के नाम पर स्कूल मोटी रकम वसूलते हैं। इतना खर्चा देने वाले हर बच्चे को सुरक्षित रखने की गारंटी होनी चाहिए। लेकिन स्कूल बसों में कोई नियम नहीं चलता। कई स्कूल बसों में काफी बच्चे खड़े होकर भी यात्रा करते हैं। पेरेंट्स ने चिंता जाहिर करते हुए कहा कि उनके व आसपास के बच्चों को भी स्कूल में भरकर ले जाया जाता है। वे शिकायत लेकर स्कूल प्रबंधन के पास जाते हैं, लेकिन शिकायतों पर ध्यान नहीं दिया जाता।