Edited By Rakhi Yadav, Updated: 21 Nov, 2018 11:52 AM
हरियाणा रोडवेज के चालक और परिचालकों का ओवरटाइम खत्म करने का दंश अब यात्रियों को भुगतना पड़ रहा है। ओवरटाइम खत्म होने से मौजूदा समय में हालात यह हैं कि हरियाणा रोडवेज की बसों....
चंडीगढ़(पांडेय): हरियाणा रोडवेज के चालक और परिचालकों का ओवरटाइम खत्म करने का दंश अब यात्रियों को भुगतना पड़ रहा है। ओवरटाइम खत्म होने से मौजूदा समय में हालात यह हैं कि हरियाणा रोडवेज की बसों से लंबे रूट पर जाने वाले यात्रियों को कई तरह की दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है।
सरकार की ओर से इस मामले का कोई समाधान नहीं निकालने पर अब तालमेल कमेटी ने एक बार फिर हुंकार भरी है। हरियाणा रोडवेज कर्मचारी तालमेल कमेटी ने इसे गंभीरता से लिया है। इस पर भविष्य की रणनीति व यात्रियों को हो रही असुविधा पर विचार-विमर्श के लिए तालमेल कमेटी ने 21 नवम्बर को हिसार में आपात बैठक बुलाई है।
तालमेल कमेटी के वरिष्ठ सदस्य दलबीर किरमारा, रमेश सैनी एवं सरबत पूनिया ने कहा कि राज्य सरकार के संरक्षण में परिवहन विभाग को तबाह करने पर तुले विभाग के उच्चाधिकारियों के ताजा फरमान की वजह से प्रदेश के हर डिपो में लंबी दूरी की सेवाएं अस्त-व्यस्त हो गई हैं। उच्चाधिकारियों ने चालकों-परिचालकों को ओवरटाइम न देने के आदेश तो जारी कर दिए लेकिन ऐसी कोई व्यवस्था नहीं की, जिससे यात्रियों को परेशानी न हो।
आदेशों की पालना के तहत प्रदेश के हर डिपो की लंबी दूरी की बसें बीच रास्ते से ही वापस मोड़ी जा रही हैं, जिस वजह से अपने गंतव्य तक जाने वाले यात्री परेशान हैं। उदाहरण के तौर पर हिसार से चंडीगढ़ जाने वाले यात्री को अब सीधे चंडीगढ़ की सेवा नहीं मिल पाएगी, बल्कि उसे कैथल तक जाना होगा और वहां से उसे चंडीगढ़ जाने के लिए दूसरी बस पकडऩी होगी, जो उसके लिए समय व पैसे की बर्बादी होगी। उन्होंने कहा कि 21 नवम्बर को हिसार में होने वाली तालमेल कमेटी की बैठक में सरकार के आदेशों से यात्रियों को हो रही परेशानी पर विचार-विमर्श करते हुए अहम फैसला लिया जाएगा।