अब हर प्रकार की प्रॉपर्टी होगी आधार से लिंक

Edited By Punjab Kesari, Updated: 21 Nov, 2017 02:20 PM

now every type of property will be linked to the base

व्यक्ति का आधार ही उसकी पहचान होगा। इसी सोच को लेकर सरकार द्वारा व्यक्ति के आधार को मोबाइल, बैंक खातों, पैन कार्ड से जोड़ा ही जा रहा है, इसके अलावा अब हर प्रकार की प्रॉपर्टी को आधार से लिंक किया जाएगा। जमीन बेचने और खरीदने वाले का आधार जरूरी कर दिया...

जींद(ललित कुमार):व्यक्ति का आधार ही उसकी पहचान होगा। इसी सोच को लेकर सरकार द्वारा व्यक्ति के आधार को मोबाइल, बैंक खातों, पैन कार्ड से जोड़ा ही जा रहा है, इसके अलावा अब हर प्रकार की प्रॉपर्टी को आधार से लिंक किया जाएगा। जमीन बेचने और खरीदने वाले का आधार जरूरी कर दिया गया है। नंबरदार ग्वाह को भी आधार कार्ड की कापी देनी होगी। एक बार जमीन का आधार से लिंक हो गया तो फिर रजिस्ट्रियों के फर्जीवाड़े पर रोक लग जाएगी। इसके लिए राजस्व विभाग मुख्यालय द्वारा सभी जिला राजस्व अधिकारियों को दिशा-निर्देश जारी कर दिए गए हैं। 

कई बार लोग फर्जी लोगों, गवाहों को खड़ा कर रजिस्ट्री करवा लेते हैं। 
ऐसे मामलों पर रोक लगाए जाने को लेकर अब व्यक्ति के आधार को जमीन से जोड़ा जाएगा, क्योंकि सरकार द्वारा हर कार्य के लिए आधार को जरूरी किया गया है। इसी के तहत अब जमीनों को भी आधार से जोड़ा जाएगा। गांव शहर से पटवारी जिन लोगों के नाम जमीन है सभी को आधार नंबर जमीन से लिंक करवाए जाने के आदेश दिए गए हैं। गांवों में इस कार्य के लिए ग्राम पंचायतों नम्बरदारों का सहयोग लिया जा रहा है, जबकि शहर में पार्षदों को अपने-अपने वार्ड की जिम्मेदारी दी जाएगी। 

ई.के.वाई.सी. मॉड्यूल डाला गया
रेवैन्यू विभाग के साफ्टवेयर हरियाणा रजिस्ट्रेशन इंफॉर्मैशन सिस्टम में ई.के.वाई.सी. मॉड्यूल डाला गया है। इसी में जमीनों मालिकों का लिंक आधार से किया जाना है। लिंक होने के बाद तहसीलदार को पहचान करने में कोई परेशानी नहीं आएगी और नाम पूछते ही पहचान हो जाएगी। इसमें यह पता चल जाएगा कि जमीन का असली मालिक कौन है। अब पटवारी तहसीलदार को नंबरदार पर आश्रित नहीं रहना पड़ेगा। सारी प्रॉपर्टी भी एक नंबर में जाएगी। 

फर्जी मालिक नहीं बन पाएंगे
कई बार लोग फर्जी मालिक, फर्जी ग्वाह खड़े कर जमीन को अपने नाम करवा सकते हैं। आए दिन ऐसे केस सामने आते रहते हैं। आधार से लिंक होन पर फर्जी व्यक्ति जमीन को अपने नाम नहीं करवा पाएंगे। काफी हद तक पारदॢशता आएगी। इसके साथ ही काफी लोग गलत तरीके से जमीन की लिमिट करवा लेते हैं। बैंक अधिकारी कागजातों के आधार पर लिमिट लोन कर देते हैं। बैंक अधिकारियों के पास कागजों की वैरीफिकेशन का कोई जरिया नहीं होता। लिंक से आधार होने पर वह पहचान भी खुद कर लेंगे। जो लोग फर्जी कागजों पर लोन ले जाते हैं उस पर भी पाबंदी लगेगी। 

आम लोगों को भी होगा फायदा
पिछले 4 साल से प्रॉपर्टी के रेट पहले ही डाऊन चल रहे हैं और जिला राजस्व विभाग द्वारा जमीन से आधार को लिंक किया जा रहा है। एक बार जमीन से आधार लिंक हो गया तो जमीन खरीद-फरोख्त का सारा ब्यौरा पता चल जाएगा। इससे सारा सिस्टम एक नंबर का हो जाएगा। ज्यादातर लोग अपना काला धन प्रॉपर्टी में लगाते थे, लेकिन जमीन से आधार लिंक होने पर वह ऐसा नहीं कर पाएंगे। आधार से लिंक होने पर जरूरत के हिसाब से प्रॉपर्टी खरीदेगा। लोग अब शेयर मार्कीट सोना खरीदने में ज्यादा इनवेस्टमैंट कर रहे हैं। प्रॉपर्टी में कम लोग इनवैस्टमैंट कर रहे हैं। इसका आम लोगों को फायदा होगा। जमीनों के रेट सस्ते होने से आम आदमी भी अपना आशियाना बना सकेगा। 

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