Edited By Updated: 17 Oct, 2016 04:03 PM
गत फरवरी में सरकार की नाकामी के कारण पूरा हरियाणा जल रहा था, परन्तु सरकार प्रदेश के वित्त मंत्री के घर पर हुई आगजनी की घटना...
सोनीपत: गत फरवरी में सरकार की नाकामी के कारण पूरा हरियाणा जल रहा था, परन्तु सरकार प्रदेश के वित्त मंत्री के घर पर हुई आगजनी की घटना की ही सी.बी.आई. जांच करवा रही है। सरकार को निष्पक्ष रूप से उन लोगों के मामलों की भी सी.बी.आई. जांच करवानी चाहिए, जो लोग आंदोलन के दौरान प्रदेश में मौत के शिकार हो गए। यही नहीं मुरथल में जिन घटनाओं के आरोप लग रहे हैं उनकी भी सी.बी.आई. जांच होनी चाहिए, ताकि सच्चाई सबके सामने आ सके। सरकार से यह मांग अग्रवाल धर्मशाला में इनैलो पार्टी के युवा कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए हिसार के सांसद व इनैलो पार्टी के युवा नेता दुष्यंत चौटाला ने की।
प्रदेश सरकार पर गम्भीर आरोप लगाते हुए उन्होंने कहा कि आंदोलन के दौरान नुक्सान शहरी क्षेत्रों में हुआ और सरकार नुक्सान की भरपाई ग्राम पंचायतों से करना चाहती है। उन्होंने कहा कि अकेले वित्त मंत्री के घर पर ही 14 करोड़ रुपए का नुक्सान बताया जा रहा है। ऐसे में प्रदेश की अधिकतर पंचायतें तो अकेले वित्त मंत्री का घर ही ठीक करवा पाएंगी। प्रदेश में सरकार को पूरी तरह से फेल बताते हुए इनैलो के युवा नेता ने कहा कि प्रदेश में क्राइम इतना बढ़ चुका है कि लोग अब प्रदेश छोड़कर दूसरे राज्यों का रुख करने लगे हैं। भाजपा पार्टी ने चुनाव के दौरान कहा था कि बुजुर्गों को 2 हजार रुपए पैंशन दी जाएगी, परन्तु अपने वायदे से मुकरते हुए किस्तों में पैंशन दे रही है। फसल बीमा योजना को सरकार का नया लगान बताते हुए दुष्यंत चौटाला ने कहा कि फसल बीमा योजना वन वे है। सरकार ने किसानों के खातों से पैसे तो एक झटके में निकाल लिए, परन्तु अब जब उनकी फसल खराब हो रही है तो मुआवजा देने के लिए कोई कदम नहीं उठाए जा रहे हैं। किसान खुद को ठगा हुआ महसूस कर रहे हैं।
उन्होंने कहा कि खुद की नाकामी को छिपाने के लिए सरकार अधिकारियों के तबादले पर तबादले किए जा रही है। इस मौके पर युवा प्रदेश प्रभारी प्रदीप गिल, युवा प्रदेशाध्यक्ष गुरविन्द्र तेजली, जिलाध्यक्ष पदम सिंह दहिया, युवा जिला अध्यक्ष कुणाल गहलावत, प्रोमिला मलिक, सुरेन्द्र छिक्कारा, फुलकुवार चौहान, अरुण बड़ौक , संदीप ठरू, रवि दहिया, सुमित राणा, अनुपम रापडिय़ा, प्रो. बंसीलाल, प्रदीप बड़वासनी, जितेन्द्र वर्मा, सुधीर धनखड़, अमित मोर, राकेश चहल आदि कार्यकर्ता मौजूद थे।