Edited By Updated: 08 Feb, 2016 08:46 PM
कृषि व पंचायत मंत्री ओमप्रकाश धनखड़ ने विपक्ष को सलाह दी है कि वे लगातार मुद्दे उठाते रहें। इससे
रोहतक (दीपक भारद्वाज) : कृषि व पंचायत मंत्री ओमप्रकाश धनखड़ ने विपक्ष को सलाह दी है कि वे लगातार मुद्दे उठाते रहें। इससे सरकार भी सजग रहती है। रोहतक में आज सुबह उन्होंने विपक्ष के सरकार पर लगाए जा रहे आरोपों को नकारते हुए कहा कि सरकार का काम देखिए, कोई आरोप ही नहीं है। धनखड़ ने कहा कि वे ग्रामीण विकास में पूरा बदलाव चाहते हैं। सिर्फ जानकारी से बात नहीं बनेगी, क्षमता पैदा करनी पड़ेगी।
हरियाणा विधानसभा के आगामी सत्र के दौरान विभिन्न मुद्दों को लेकर विपक्षी पार्टियां सरकार को घेरने का प्रयास करेंगी। विपक्षी पार्टियों का आरोप है कि प्रदेश सरकार जनता से किए हुए वादे पूरे नहीं कर रही है। इस पर प्रदेश के कृषि एवं पंचायत मंत्री ओमप्रकाश धनखड़ ने प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने कैनाल विश्राम गृह में कार्यकर्ताओं से मुलाकात की। बाद में पत्रकारों से बातचीत में धनखड़ ने कहा कि विपक्ष को अपना काम करते रहना चाहिए। विपक्ष मुद्दे उठाता है तो सरकार भी सजग रहती है। उन्होंने चुटकी लेते हुए कहा कि लगातार अपने काम में लगे रहो। जहां तक विपक्ष के आरोपों की बात है तो सरकार पर कोई आरोप ही नहीं है। दरअसल,ओमप्रकाश धनखड़ ने भूपेंद्र सिंह हुड्डा व किरण चौधरी के सरकार पर लगाए जा रहे आरोपों के बारे में सवाल किया गया था।
इसके अलावा कृषि व पंचायत मंत्री ने ग्रामीण विकास में पूर्ण बदलाव की बात भी कही। उन्होंने कहा कि वे चाहते हैं कि गांवों का तेजी के साथ विकास हो। इसी के मद्देनजर प्रशिक्षकों को प्रशिक्षण दिया जा रहा है। इसके बाद ये प्रशिक्षक पंच-सरपंचों को प्रशिक्षित करेंगे। इस प्रशिक्षण के दौरान 6 विषयों को शामिल किया गया है। जिसमें पंचायती राज के अधिकारों के अलावा सरकार की तमाम योजनाओं की जानकारी देना शामिल है। उन्होंने कहा कि सिर्फ जानकारी से बात नहीं बनेगी, क्षमता पैदा करनी पड़ेगी। धनखड़ ने गुरू जंभेश्वर यूनिवर्सिटी हिसार के एक रिपोर्ट का हवाला देते हुए कहा कि पंच-सरपंचों को सघन प्रशिक्षण की जरूरत है।
ओमप्रकाश धनखड़ ने किसानों के हितों से जुड़े हुए मुद्दों की भी जानकारी दी। उन्होंने कहा कि हर जिले में होर्टिक्लचर का उत्कृष्ट केंद्र खोला जाएगा। साथ ही प्रदेश की मंडियों को नेशनल एग्रीक्लचर मार्केट से जोड़ा जाएगा। उन्होंने फसल बीमा योजना का भी जिक्र किया। कृषि मंत्री ने बताया कि पशुपालन विभाग का भी स्वरूप बदल दिया गया है।