Edited By Isha, Updated: 20 Aug, 2019 01:09 PM
लगातार दूसरे दिन भी मारकंडा नदी जमकर उफनी क्योंकि नदी में 32 हजार क्यूसिक पानी आ गया जबकि 15 हजार क्यूसिक पानी आना खतरे की घंटी माना जाता है लेकिन खतरे से भी दोगुना नदी में आने से पानी ने कहर बरपाया।
शाहाबाद मारकंडा: लगातार दूसरे दिन भी मारकंडा नदी जमकर उफनी क्योंकि नदी में 32 हजार क्यूसिक पानी आ गया जबकि 15 हजार क्यूसिक पानी आना खतरे की घंटी माना जाता है लेकिन खतरे से भी दोगुना नदी में आने से पानी ने कहर बरपाया। समाचार लिखे जाने तक भी जलस्तर बढ़ रहा था और 36 हजार क्यूसिक पानी आने की संभावना जताई जा रही है।
नदी के साथ लगते गांव कठवा, तंगौर, कलसाना, डेरा बाजीगर व रावा में पानी की मार पड़ी। इन गांवों की सड़कों पर पानी बहने लगा और कालोनियों के घरों में भी पानी घुसा। पानी के कारण गांव कठवा के स्कूल व आंगनबाड़ी बंद करनी पड़ी। इसी तरह डेरा बाजीगर के स्कूल को भी बंद रखना पड़ा, वहीं निचले हिस्सों में रहने वाले ग्रामीणों ने चौपालों व अन्य ग्रामीणों के घर पर सहारा लिया और पशुओं को ऊंचे स्थान पर लाकर बांधा गया।
हालांकि नदी में पानी आने की मुनियादी प्रशासन ने 2 दिन पहले से ही कर रखी थी और हाई अलर्ट जारी कर रखा था। इसलिए ग्रामीण भी पूरी तरह से अलर्ट थे कि किसी भी समय नदी में पानी आ सकता है। हालांकि रविवार को सायं 7 बजे तक नदी में 16 हजार क्यूसिक पानी था और सोमवार को सुबह 6 बजे 19 हजार क्यूसिक और दोपहर 11 बजे 25 हजार क्यूसिक और