Edited By Isha, Updated: 21 May, 2019 11:22 AM
प्रतिबंध के बावजूद साठी धान की रोपाई जारी है। साथ-साथ जारी है कृषि विभाग का एंटी साठी अभियान। सोमवार को 3 गांवों में किसानों को नोटिस दिए गए। इन किसानों ने समय से पहले धान की अगेती
करनाल(मनोज) : प्रतिबंध के बावजूद साठी धान की रोपाई जारी है। साथ-साथ जारी है कृषि विभाग का एंटी साठी अभियान। सोमवार को 3 गांवों में किसानों को नोटिस दिए गए। इन किसानों ने समय से पहले धान की अगेती रोपाई कर रखी है। कृषि विभाग की टीम को बड़ा गांव में 3 एकड़, रिंडल में ढाई एकड़ और कुंजपुरा गांव में 1.5 एकड़ में धान की फसल मिली है। इन सभी किसानों को नोटिस थमा दिया गया है। ए.डी.ओ. राकेश ने बताया कि किसानों को 72 घंटे का समय दिया गया है। इस अवधि में या तो वह खुद अपनी धान की फसल नष्ट कर दें। नहीं तो कृषि विभाग कार्रवाई करेगा
बता दें कि एंटी साठी अभियान के तहत विभाग यमुना बैल्ट पर खास नजर रखे हुए है। इससे पहले दरड़, कुंजपुरा, नबीपुर व खराजपुर में कार्रवाई हो चुकी है। कुंजपुरा में 2 किसानों की 10 एकड़ धान की नर्सरी को नष्ट किया गया था। नबीपुर में 4 किसानों की 12 एकड़ और खिराजपुर मे 9 किसानों की 50 एकड़ नर्सरी को खत्म करने के लिए विभाग ने स्प्रे करवाया था। यमुना बैल्ट के किसानों का कहना है कि उन्हें अगेती रोपाई की छूट मिले। बाढ़ के खतरे की वजह से वह ऐसा करते हैं।
15 जून से पहले धान की रोपाई पर प्रतिबंध है। ऐसा करना जल संरक्षण अधिनियम 2009 की धारा 6 की अवहेलना है। इसके तहत 10000 रुपए प्रति हैक्टेयर प्रति माह की दर से जुर्माना या एफआईआर का प्रावधान भी है। किसान अपनी जिम्मेदारी समझें और कृषि विभाग का सहयोग करें।
सुनील बजाड़, एसडीओ, कृषि विभाग, करनाल।