Edited By Isha, Updated: 12 Jul, 2019 02:40 PM
म्यूनिसिपल सॉलिड वेस्ट मैनेजमैंट रूल-2016 की अनुपालना के लिए राष्ट्रीय हरित प्राधिकरण (एन.जी.टी.) की ओर से गठित मॉनीटरिंग कमेटी के अध्यक्ष तथा पंजाब एवं हरियाणा हाईकोर्ट के पूर्व न्यायाधीश जस्टिस प्रीतमपाल सिंह ने वीरवार
करनाल (पांडेय): म्यूनिसिपल सॉलिड वेस्ट मैनेजमैंट रूल-2016 की अनुपालना के लिए राष्ट्रीय हरित प्राधिकरण (एन.जी.टी.) की ओर से गठित मॉनीटरिंग कमेटी के अध्यक्ष तथा पंजाब एवं हरियाणा हाईकोर्ट के पूर्व न्यायाधीश जस्टिस प्रीतमपाल सिंह ने वीरवार को करनाल में अधिकारियों के साथ बैठक के दौरान बढ़ते प्रदूषण पर अधिकारियों फटकार लगाते हुए कहा कि जो लोग नियमों का उल्लंघन कर वातावरण को दूषित करते हैं, उनके चालान कर भारी जुर्माना लगाएं। उन्होंने प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड की कारगुजारी का जिक्र करते हुए चेतावनी दी कि जो अधिकारी अपना कत्र्तव्य ठीक से नहीं निभाएंगे, उनके खिलाफ भी एक्शन होगा। एन.जी.टी. की तरफ से स्पष्टï निर्देश हैं कि किसी भी व्यक्ति की लापरवाही बर्दाश्त नहीं होगी। पोल्ट्री फार्मों से उत्पन्न गंदगी या मक्खियों की जो भी शिकायत मिले, उस पर भी तुरंत कार्रवाई अमल में लाएं।
जस्टिस प्रीतमपाल गुरुवार को अपने करनाल दौरे के दौरान लघु सचिवालय के सभागार में आयोजित एक बैठक में जिला प्रशासन, स्थानीय निकाय व प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के अधिकारियों के साथ रू-ब-रू थे। शहर की सामाजिक संस्थाओं के प्रतिनिधि भी बैठक में शामिल हुए। उन्होंने कहा कि जिस मकसद को लेकर 3 साल पहले सॉलिड वेस्ट मैनेजमैंट रूल बनाए गए थे, उनकी आवश्यकता अनुसार अनुपालना नहीं हुई लेकिन अब पिछले कई महीनों की लगातार मॉनीटरिंग से कुछ कार्य हो रहा है। उन्होंने कि आज देश में वातावरण को लेकर गम्भीर समस्या बन गई है, जिससे जल और वायु दोनों दूषित हो गए हैं। यह भविष्य के लिए एक खतरे की घंटी है। इससे निपटने के लिए अब सख्त कदम उठाने पड़ेंगे।
अपने संबोधन में उन्होंने विदेशी शहर तथा विभिन्न राज्यों के दौरे के संस्मरण सुनाए, जिनमें पंजाब के नवां शहर, हिमाचल के परवाणु व पंजाब के ही सिंचेवाल की सफल कहानी सुनाते हुए बताया कि इन शहरो में प्रशासन और स्थानीय
नागरिकों ने मिलकर स्वच्छता की मिसाल कायम की है। उन्होंने कहा कि सुधार का कोई भी कार्यक्रम अकेले प्रशासन से सफल नहीं बनाया जा सकता, जब तक उसमें जनता की स्वैच्छिक भागीदारी न हो।
प्रदेश के करनाल, पानीपत, कुरुक्षेत्र, जींद, गुरुग्राम, फरीदाबाद व पंचकूला सहित 7 शहरों को मॉडल सिटी बनाने की मुहिम चल रही है। करनाल चूंकि पिछले 3 सालों से प्रदेश का सबसे स्वच्छ शहर बनकर उभरा है। अब इसे देश का नम्बर-वन शहर बनाएं।