Edited By Saurabh Pal, Updated: 12 Dec, 2023 09:12 AM
हरियाणा में भाजपा और जजपा की साझा सरकार चल रही है। इन दोनों पार्टियों में अक्सर सीएम पद को लेकर जुबानी जंग छिड़ जाती है। ऐसा यह पहली बार नहीं हुआ है, इससे पहले भी कई इस मसले पर दोनों पार्टियों के नेता एक दूसरे पर कटाक्ष करते दिखे हैं...
चंडीगढ़ः हरियाणा में भाजपा और जजपा की साझा सरकार चल रही है। इन दोनों पार्टियों में अक्सर सीएम पद को लेकर जुबानी जंग छिड़ जाती है। ऐसा यह पहली बार नहीं हुआ है, इससे पहले भी कई इस मसले पर दोनों पार्टियों के नेता एक दूसरे पर कटाक्ष करते दिखे हैं। जेजेपी नेता व कार्यकर्ता डिप्टी सीएम दुष्यंत को सीएम बनाने की मांग करते हैं। इसके साथ वह आए दिन दावा करते नजर आते हैं कि अगला मुख्यमंत्री दुष्यंत चौटाला होंगे। वहीं इस बार भी लोकसभा विधानसभा चुनाव से पहले जेजेपी महासचिव दिग्विजय के एक बयान पर भाजपा राष्ट्रीय सचिव व पूर्व हरियाणा भाजपा अध्यक्ष ने ओपी धनखड़ ने जेजेपी को आईना दिखाने का काम किया है। जेजेपी के राष्ट्रीय महासचिव दिग्विजय चौटाला ने मौजूदा डिप्टी CM दुष्यंत चौटाला को CM बनाने का दावा किया है।
इस पर ओपी धनखड़ ने चुटकी लेते हुए कहा कि किसी को सपना देखने से नहीं रोक सकते, ये लोग राजस्थान में अपनी ताकत दिखा चुके हैं। इससे पहले पूर्व केंद्रीय मंत्री बीरेंद्र सिंह भी लगातार भाजपा को जजपा से गठबंधन तोड़ने के लिए कह रहे हैं। इसके साथ ही दोनों पार्टियों के आलाकमान में गठबंधन को लेकर स्पष्टता तो दिखती है, लेकिन पार्टी के अन्य नेताओं में अभी भी गठबंधन को लेकर अनिश्चितता बनी हुई है।
दिग्विजय चौटाला ने कहा कि दुष्यंत पर कोई आरोप नहीं है। हमारा मिशन दुष्यंत चौटाला को हरियाणा का मुख्यमंत्री बनाना है। लोग ऊपर नरेंद्र मोदी और नीचे दुष्यंत चौटाला को देखना चाहते हैं। दुष्यंत चौटाला पर सवा 4 साल में एक भी आरोप नहीं है।
इसके साथ ही दुष्यंत ने कहा कि आरोप लगाने वालों को सांप सूंघ गया, पसीने छूटे जो आरोप लगाने वाले थे, उनको पसीने आ गए, जब मैंने पूछा कि कोई एक सबूत तो दें। उस दिन के बाद ऐसा लगता है कि इनेलो, कांग्रेस और अन्य विपक्षियों को सांप सूंघ गया। किसी की जबान नहीं निकल रही। वह ये नहीं बता पा रहे कि हम इसे साबित कैसे करें। दुष्यंत हरियाणा का कल, बाकी सब पेंशन पर जाएंगे दुष्यंत चौटाला हरियाणा का कल है। ये जितने लोग CM पद की रेस में हैं, ये 65 और 70 प्लस हैं। एक और चुनाव, और इनकी पेंशन तय है।
इस पर धनखड़ ने कहा कि राजस्थान में इनकी ताकत देख चुके। किसी भी पार्टी को अपने सपने देखने से तो आप रोक नहीं सकता। आपको मालूम है JJP की ताकत, अभी राजस्थान में भी उन्होंने अपनी ताकत आजमाई थी। मैदान में आएंगे तो असलियत पता चलेगी। हरियाणा में भी आने वाले समय में जब मैदान में आएंगे तो हर दल को उनकी स्थिति और सामर्थ्य क्या है, उसके आधार पर तय होगा कि CM कौन होगा। कौन सरकार में रहेगा। हर दल को अपनी बात कहने का हक है।
इसके साथ ही लेकर धनखड़ ने कहा कि भाजपा और जजपा का यह गठबंधन सिर्फ सरकार चलाने का था। आगे के बारे में भी कई बार लोग पूछते हैं कि चुनाव में साथ रहेंगे या नहीं, वह निर्णय जब होगा, तब बताएंगे। गौरतलब है कि इस प्रकार का बयान स्वयं हरियाणा के मुख्यमंत्री भी दे चुके हैं। भाजपा नेताओं के बयान से ऐसा लगता है कि इस गठबंधन से छुटकारा चाहते हैं। वहीं जेजेपी इसके उलट गठबंधन में बने रहना चाहती है। लेकिन उनकी डिमांड मुख्यमंत्री पद की है।
(हरियाणा की खबरें अब व्हाट्सऐप पर भी, बस यहां क्लिक करें और Punjab Kesari Haryana का ग्रुप ज्वाइन करें।)
(हरियाणा की खबरें टेलीग्राम पर भी, बस यहां क्लिक करें या फिर टेलीग्राम पर Punjab Kesari Haryana सर्च करें।)