Edited By Nitish Jamwal, Updated: 16 Jul, 2024 05:46 PM
इंसान में जब कोई कला होती है तो वह एक ना एक दिन दुनिया के सामने आ ही जाती है। फिर वह इंसान उसे छुपाने की कितनी ही कोशिश कर लें। आमतौर पर किसी बड़े ओहदे पर पहुंचने के बाद इंसान अपने भीतर के कलाकार को मार देता है या फिर ये कहें कि लोकलाज के चलते वह...
चंडीगढ़ (चंद्र शेखर धरणी): इंसान में जब कोई कला होती है तो वह एक ना एक दिन दुनिया के सामने आ ही जाती है। फिर वह इंसान उसे छुपाने की कितनी ही कोशिश कर लें। आमतौर पर किसी बड़े ओहदे पर पहुंचने के बाद इंसान अपने भीतर के कलाकार को मार देता है या फिर ये कहें कि लोकलाज के चलते वह अपने भीतर छिपे कलाकार को दुनिया के सामने आने नहीं देता, लेकिन आखिर में एक ना एक दिन उसके भीतर छिपा कलाकर खुद ही बाहर आ जाता है। ऐसा ही कुछ हुआ है हरियाणा के एक वरिष्ठ आईएएस अधिकारी के साथ। आज के अपने इस लेख में हम आपकों हरियाणा के ऐसे ही एक आईएएस अधिकारी के बारे में बताएंगे, जिसने सालों तक अपने भीतर छिपे कलाकार को दुनिया के सामने आने नहीं दिया। आखिर में उनके भीतर छिपे कलाकार की जीत हुई और वह सबके सामने आ ही गया।
जी हां, हम बात कर रहे हैं हरियाणा के वरिष्ठ आईएएस अधिकारी सुशील सारवन की। हरियाणा के कईं जिलों में डीसी के पद पर रह चुके आईएएस सुशील सारवन आजकल एचआईआईडीसी जैसे महत्वपूर्ण विभाग के एमडी के रूप में अपनी सेवाएं दे रहें हैं। अब से पहले हर कोई उन्हें एक ईमानदार और जिम्मेदार अधिकारी के रूप में ही जानता था, लेकिन अब उनका जो चेहरा सामने आया है, उसे देखकर और उसके बारे में सुनकर आप भी हैरान हो जाएंगे कि अपने काम को लेकर हमेशा गंभीर मुद्रा में रहने वाले एक अधिकारी के भीतर भी कोई कलाकार छिपा हो सकता है।
सारवन बने हरियाणवीं ‘फूफा’
दअरसल, हाल ही में एक हरियाणवीं गाना रिलीज ‘फूफा’ रिलीज हुआ है। गाने में हरियाणा के आईएएस सुशील सारवन एक गुस्से वाले फूफा की भूमिका निभाते हुए नजर आ रहे हैं। सुशील सारवन के किरदार के बारे में जानकारी देने से पहले हम आपकों बताते हैं कि फूफा और वह भी हरियाणवीं का रोल करना कितना कठिन होता है। सबसे पहले आप ये जान लीजिए की फूफा आखिर कहते किसे हैं। बूआ के पति को फूफा कहते हैं। किसी भी शादी ब्याह में इन फूफा को बहुत रोना होता है। किसी ब्याह और शादी में आपकों कोई मुंह बनाए और तना-तना सा घूमता व्यक्ति दिखाई दे और जिसके जिसके आसपास दो-तीन ऊबे हुए से लोग मनुहार की मुद्रा में हों तो बेखटके मान लीजिए कि वही बंदा दूल्हे का फूफा है। ऐसे मांगलिक अवसर पर यदि फूफा मुंह न फुला ले तो लोग उसके फूफा होने पर ही संदेह करने लगते हैं। अपनी हैसियत जताने का आखिरी मौका होता है यह उसके लिए और कोई भी हिंदुस्तानी फूफा इसे गंवाता नहीं। ऐसे कार्यकर्मों में वह हंसता-बोलता नहीं है और तना-तना सा बना रहता है। ऐसा ही कुछ किरदार निभाया है, हरियाणा के आईएएस अधिकारी सुशील सारवन ने। हाल ही में रिलीज हुए ‘फूफा’ में आईएएस सुशील सारवन एक विवाह समारोह में जाते हैं औऱ वहां पर मुंह फुलाकर बैठ जाते हैं।
हर लेन-देन पर रखता है नजर
‘फूफा’ के किरदार को सुशील सारवन ने बखूबी निभाया है। वह असली फूफा की तरह विवाह समारोह में आए लोगों के साथ होने वाली लेन-देन पर पूरी नजर रखता है। किसे कितने लड्डू दिए, कितने सूट दिए और कितने की मिलाई हुई। हर चीज पर उनकी नजर रहती है। घर वालों की ओर से भी फूफा की पूरी तरह से खातिरदारी की जाती है, लेकिन इस पर भी उनका गुस्सा शांत नहीं होता और वह मुंह फुलाए बैठे रहते हैं। परिवार के हर सदस्य की ओर से उन्हें मनाने की कोशिश की जाती है, लेकिन वह किसी की नहीं सुनते।
...और हंस पड़ा ‘फूफा’
विवाह समारोह में फूफा के गुस्से भरे रवैये को देखकर घोषणा की जाती है कि जो भी व्यक्ति फूफा को हंसा देगा, उसे मुंह मांगा ईनाम दिया जाएगा। ईनाम शब्द जैसे ही फूफा के कानों में पड़ा तो वह किसी ओर के हंसाने के पहले खुद ही हंस पड़ता है और ईनाम की डिमांड करने लगता है। फूफा को हंसता देखकर हर कोई हैरान हो जाता है और उनसे इसका कारण पूछता। फूफा ने जो बताया उसे सुनकर भी आप हैरान हो जाएंगे। फूफा ने कहा कि वह अपनी शादी के बाद से लगातार सबकी मिन्नत कर रहा है, लेकिन अब वह अपना ईनाम लेकर ही जाएगा। इसके बाद हर कोई ठहाके लगाकर हंसने लग जाता है। परमजीत सहरावत, कमल जोशी और आकांशा सैनी के साफ फिल्माएं इस हरियाणा गाने की हर ओर चर्चा हो रही है। हर कोई फूफा का किरदार निभा रहे आईएएस सुशील सारवन के अभिनय की तारीफ कर रहे हैं। आप भी इस गाने को जरूर सुनिएगा और अपनी राय हमें जरूर बताइगा।