Edited By Deepak Paul, Updated: 14 Feb, 2019 10:07 PM
जम्मू और कश्मीर के पुलवामा में हुए आत्मघाती आतंकी हमले में 44 सीआरपीएफ जवान शहीद...
गोहाना (सुनिल जिंदल): जम्मू और कश्मीर के पुलवामा में हुए आत्मघाती आतंकी हमले में 44 सीआरपीएफ जवान शहीद हो गए हैं और करीब 45 से ज्यादा जवान घायल बताए जा रहे हैं। इस हमले के विरोध में गोहाना में कई संघठनों सदस्यों में गोहाना के शहिदी चौक पर इकठा होकर पाकिस्तान के खिलाफ नारे लगते हुए शहीद हुए जवानों की सच्ची श्रद्धाजंलि दी। साथ ही देश के प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी से इस हमले के बदले पाकिस्तान से बदलना लेने की मांग की गई।
गोहाना में युवाओं ने कहा की देश के प्रधानमंत्री एक एक शहीद के बदले पाकिस्तान के कई कई जवानों के सर को कलम करे ताकि शहीद हुए सीआरपीएफ जवानो को शांति मिल सके। उन्होंने देश के नेता टीवी पर बैठक कर डिबेट करने में बाजी मार रहे है लेकिन दूसरी तफर पाकिस्तान लगातार भारत पर हमले कर रहा है। देश के नेता को टीवी पर बैठक कर डिबेट में हिंसा लेने के बजाय देश के लिए कुछ करने की जरुरत है। युवको ने कहा की अगर देश की क़ुरबानी के लिए उन्हें कुछ भी करना पड़ा तो वो पीछे हटने वाले नहीं है।
गौरतलब है कि जम्मू और कश्मीर के पुलवामा में हुए आत्मघाती आतंकी हमले के दौरान श्रीनगर हाइवे पर सुरक्षाबलों के इस काफिले में करीब 75 गाड़ियां शामिल थी। इनमें अधिक बस, ट्रक और एसयूवी गाड़ियां थी। हर बस और ट्रक में करीब 40 से 50 कॉन्स्टेबल सवार थे। काफिला जब हाइवे से गुजर रहा था, तब काफी सुरक्षा व्यवस्था के इंतजाम किए गए थे।
बावजूद इसके इस बड़े आत्मघाती हमले को अंजाम दिया गया। काफिला गुंडीपोरा के पास पहुंचा था, तभी आईईडी से भरी एक कार ने सुरक्षाबलों के एक बस को टक्कर मार दी। इस टक्कर के बाद ही धमाका हुआ। धमाके में अभी 44 सीआरपीएफ जवान शहीद हो गए हैं करीब 40 से अधिक जवान घायल बताए जा रहे हैं। बताया जा रहा है कि यह कश्मीर के इतिहास का दूसरा बड़ा हमला है। करीब एक हफ्ते पहले से ही ऐसे किसी आतंकी हमले को लेकर अलर्ट जताया गया था. इसके बावजूद ऐसा हमला होना सुरक्षा एजेंसियों के लिए बड़ी चिंता की बात है।