Edited By Punjab Kesari, Updated: 28 Oct, 2017 02:18 PM
सुसाइड की कोशिश करने वाली बीएससी मेडिकल छात्रा की आज सुबह इलाज के दौरान मौत हो गई। मृतका गोहाना के गांव कानपुर में स्थित भगत फूल सिंह महिला विश्वविद्यालय में बीएससी मेडिकल में सेकंड ईयर में पढ़ रही थी। गत दिवस उसने हॉस्टल के कमरे में फांसी लगाकर...
गोहाना(सुनील जिंदल): सुसाइड की कोशिश करने वाली बीएससी मेडिकल छात्रा की आज सुबह इलाज के दौरान मौत हो गई। मृतका गोहाना के गांव कानपुर में स्थित भगत फूल सिंह महिला विश्वविद्यालय में बीएससी मेडिकल में सेकंड ईयर में पढ़ रही थी। गत दिवस उसने हॉस्टल के कमरे में फांसी लगाकर सुसाइड की कोशिश की थी।
मृतक छात्रा नीतू कैथल जिले के ग्योंग गांव की रहने वाली थी। नीतू के पिता का कहना है कि वह दिवाली की छुट्टियों में अपने घर आई हुई थी अौर 23 अक्तूबर को गांव से यूनिवर्सिटी के लिए गई थी। हालांकि दो दिन पहले नीतू के साथ पढ़ने वाली छात्रा का उन्हें फोन आया था कि नीतू अभी तक यूनिवर्सिटी नहीं आई है अौर कल उनका टेस्ट होना है। जिसके बाद नीतू के पिता ने अपनी बेटी को कई बार फोन किया लेकिन संपर्क नहीं हो सका। 26 तारीख की रात 11 बजे नीतू ने अपने पिता को फोन कर हॉस्टल में होने की बात कही। अगली सुबह जब मृतक छात्रा के पिता ने उसे अपनी साथी रूम मेट से बात करवाने की बात कही तो उसने अपनी सहेली से बात करवा दी। नीतू के पिता ने इसको लेकर अपने साले को 27 तारीख को यूनिवर्सिटी में पता करने के लिए भेजा तो वह वहीं थी अौर उन्हें बताया कि वह सहेली की शादी में थी। उसके बाद उसका मामा उसे साथ लेकर घर जाने लगा तो छात्रा ने हॉस्टल में बैग छूट जाने की बात कही और वह अपने मामा को नीचे भेजकर खुद वापस चली गई। उसने कमरे में जाकर पंखे से लटक कर जान देने का प्रयास किया अौर आज उसकी मौत हो गई।
खानपुर महिला थाना में जांच अधिकारी बलजीत सिंह ने बताया कि इस मामले में छात्रा के पिता सुरेश के बयान पर धारा 174 आईपीसी के तहत मामला दर्ज कर शव का पोस्टमार्टम करवा परिजनों के हवाले कर दिया है। छात्रा ने इतना बड़ा कदम क्यों उठाया इसके कारणों का अभी खुलासा नहीं हो सका है। वहीं इस बारे में विश्वविद्यालय प्रशासन कैमरे के सामने कुछ भी बोलने को तैयार नहीं है।