Edited By Rakhi Yadav, Updated: 10 Nov, 2018 11:25 AM
दिल्ली-गुड़गांव के बाद अब स्मॉग का कहर रेवाड़ी की फ़िज़ाओं में भी फ़ैलने लगा है। जिससे लोगों की आंखों में जलन के साथ ही सांस लेने में परेशानी होने लगी है। अब सुबह के वक्त लोग स्मॉग के ज़हरीले ....
रेवाड़ी(मोहिंद्र भारती): दिल्ली-गुड़गांव के बाद अब स्मॉग का कहर रेवाड़ी की फ़िज़ाओं में भी फ़ैलने लगा है। जिससे लोगों की आंखों में जलन के साथ ही सांस लेने में परेशानी होने लगी है। अब सुबह के वक्त लोग स्मॉग के ज़हरीले पन से बचने के लिए मुंह पर कपड़ा बांधकर निकल रहें है ताकि इससे कुछ हद तक बचाव किया जा सकें। हरियाणा के रेवाड़ी में प्रदूषण का स्तर 80 के पार हो चुका है।
दिवाली के बाद से ही यहां स्मॉग का ज़हरीला धुंआ रेवाड़ी की फ़िज़ाओं में भी घुलता जा रहा हैं। जो लोगों के लिए परेसानी का सबब बनता जा रहा है। SC कोर्ट के आदेशों के बावजूद भी पटाखों की बिक्री में कमी नही आई और लोगों ने भी समय अवधि के बाद देर रात तक पटाखें बजाएं। वहीं डिस्पोज़ल और पोलोथिन के उपयोग के बाद लोग इसे खुले में जला रहे है जो प्रदूषण कर हवाओं को ज़हरीला बना रहे है।