Edited By Punjab Kesari, Updated: 05 Feb, 2018 02:56 PM
32वें सूरजकुंड हस्तशिल्प मेले में अव्यवस्था के चलते हस्तशिल्पी काफी परेशान हो रहे हैं। अव्यवस्था का आलम यह रहा कि कई हस्तशिल्पियों को रविवार को ही स्टाल अलॉट किए गए जिस कारण वे अपने उत्पादों का प्रदर्शन रविवार को भी ढंग से नहीं कर पाए। इससे...
फरीदाबाद(ब्यूरो): 32वें सूरजकुंड हस्तशिल्प मेले में अव्यवस्था के चलते हस्तशिल्पी काफी परेशान हो रहे हैं। अव्यवस्था का आलम यह रहा कि कई हस्तशिल्पियों को रविवार को ही स्टाल अलॉट किए गए जिस कारण वे अपने उत्पादों का प्रदर्शन रविवार को भी ढंग से नहीं कर पाए। इससे हस्तशिल्पियों में मेला प्रबंधन के प्रति रोष है। कई हस्तशिल्पियों का कहना है कि उन्हें स्टाल की सही लोकेशन नहीं बताई गई जिस कारण उन्हें इधर-उधर भटकना पड़ा है। इतना ही नहीं अधिकतर हस्तशिल्पियों को किराए पर रहना पड़ रहा है। कर्नाटक के एक शिल्पी ने अपनी व्यथा बताते हुए कहा कि इसके लिए उन्हें अपनी जेब भी ढीली करनी पड़ रही है। वहीं, खाने की व्यवस्था चंद हस्तशिल्पियों के लिए ही की गई है।
इससे पहले पर्यटन मंत्री सहित मेले के वरिष्ठ अधिकारियों ने दावा किया था कि हस्तशिल्पियों के रहने व खाने की उचित व्यवस्था है। सूरजकुंड मेला प्राधिकरण के उपाध्यक्ष विजयवर्धन ने भी प्रैसवार्ता के दौरान कहा था कि वह हस्तशिल्पियों के खाने की व्यवस्था का अवलोकन करेंगे परंतु वास्तविकता कुछ और ही है। मेले में केवल मिनिस्ट्री ऑफ टैक्सटाइल्स द्वारा आमंत्रित हस्तशिल्पियों को ही सुविधाएं दी जा रही हैं।
कई शिल्पी मेला शुरू होने के बाद आए है। जिस कारण वे अपना स्टाल देरी से लगा पाए हैं, इसमें मेला प्रबंधन की कोई कमी नहीं है। मेले में एन.सी.आर. के बाहर के सभी हस्तशिल्पियों के लिए रहने व खाने का प्रबंध मेला प्रबंधन द्वारा किया गया है, फिर भी यदि किसी को परेशानी हो रही है तो वह मुझसे सम्पर्क कर सकता है।