चरखी दादरी(पुनीत श्योराण): स्वच्छता सर्वेक्षण की आई रिपोर्ट में चरखी दादरी को देशभर में 1836 तो हरियाणा में 18वां स्थान मिला है। ऐसे में नगर परिषद की कार्यप्रणाली पर सवाल उठना लाजमी है। हर वर्ष स्वच्छता रैंकिन आने के वाद रैंकिंग सुधारने की कवायद शुरू हो जाती है, लेकिन परिणाम दावों और वादों के अनुसार नहीं आते हैं। नगर परिषद के वादे ख्याली पुलाव से ज्यादा कुछ नहीं होते, क्योंकि जमीनी हकीकत कुछ और है।
दरअसल बातें तो बड़ी-बड़ी की जाती हैं, लेकिन असलियत ये है कि परिषद के कर्मचारियों को कई माह से सैलरी तक नहीं मिली है। ऐसे में स्वच्छता रैंकिंग में कैसे सुधार हो पाएगा। नगर परिषद के आटो टीपर चालकों को कई महीने से सैलरी नहीं मिलने से खपा होकर नगर परिषद कार्यालय में धरना देते हुए रोष प्रदर्शन किया। धरने पर ठेकेदारों की कर्मचारियों व नगर पार्षदों के साथ काफी नोंक-झोंक भी हुई। अनुबंधित सफाई कर्मचारियों और ठेकेदार के बीच हुई कहासुनी के मामले को पूर्व मंत्री सतपाल सांगवान ने शांत करवाया। साथ ही ठेकेदार व अधिकारियों को लताड़ लगाते हुए एक सप्ताह में सैलरी देने की बात कही।
बता दें कि अनुबंधित ऑटो टीपर, सफाई सहायक आदि को अपने मानदेय के लिए संघर्ष करना पड़ा था और उन्होंने काम छोड़कर धरना शुरू किया था। बीते दिनों कृषि मंत्री के दादरी आगमन पर इन कर्मचारियों ने अपना दुखड़ा उनके समक्ष सुनाया था, जिसके बाद उन्होंने बकाया मानदेय शीघ्र देने और आगामी दिनों में महीने की 12 तारीख तक हर हाल में उनका मानदेय देने की बात कही थी। धरने पर बैठे आटो चालक मुकेश कुमार सहित नगर पार्षदों ने बताया कि कृषि मंत्री के आदेश पर बकाया वेतनमान तो कर्मचारियों को दे दिया गया था। लेकिन अब दोबारा से वहीं समस्या आने के कारण 12 की बजाय 15 तारीख तक भी वेतनमान नहीं मिलने पर सफाई कर्मचारियों ने रोष जताते हुए धरना शुरू किया। धरने पर उन्होंने ठेकेदार व नगर परिषद अधिकारियों पर कई आरोप भी लगाए।
वहीं पूर्व मंत्री सतपाल सांगवान ने ने धरने पर पहुंचकर कर्मचारियों की बात सुनी और मौके पर ही ठेकेदार को बुलाया। इस दौरान एक बार तो मामला काफी गरम हुआ ओर धरनारत कर्मचारियों और ठेकेदार के बीच कहासुनी हुई, लेकिन मौके पर मौजूद सतपाल सांगवान ने स्थिति को संभालते हुए दोनों पक्षों को शांत करवाया। बाद सांगवान ने ठेकेदार व अधिकारियों को लताड़ लगाई। धरनारत कर्मचारियों को एक सप्ताह में बकाया व हर महिने की 10 तारीख तक उनका वेतनमान दिलाने के आश्वासन पर धरना समाप्त करवाया।
दादरी नगर परिषद के चेयरमैन बक्शीराम सैनी ने कहा कि अनुबंधित कर्मचारियों को वेतनमान ठेकेदार देता है। उनके वेतनमान के बकाया होने का मामला उनके संज्ञान में नहीं था। आज सुबह जब सफाई कर्मचारी काम पर नहीं गए तो उनके पास कई वार्डों से लोगों के फोन आए हैं, जिसके बाद उन्हें जानकारी मिली है। उन्होंने कहा कि वे इसको लेकर ठेकेदार से बात कर वेतन दिलवाने का काम करेंगे। वहीं पार्षदों द्वारा लगाए गए आरोपों को लेकर उन्होंने कहा कि बेवजह आरोप लगाए जा रहे हैं, जो कर्मचारी अच्छा काम करेगा उसे नहीं हटाया जाएगा।
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