Edited By Shivam, Updated: 20 Feb, 2019 08:29 PM
प्रदेश में एक नहीं दर्जनों बार अनशन और आमरण अनशन करके सरकार को गोवंश बचाने के लिए सख्त कानून और प्रदेश भर में गोचरान भूमि खाली करवाने के लिए सरकार को मजबूर करने वाले संत गोपाल दास दिल्ली के एम्स हॉस्पिटल से संदिग्ध परस्थितियों से गायब हो गए हैं। संत...
पानीपत(अनिल कुमार): प्रदेश में एक नहीं दर्जनों बार अनशन और आमरण अनशन करके सरकार को गोवंश बचाने के लिए सख्त कानून और प्रदेश भर में गोचरान भूमि खाली करवाने के लिए सरकार को मजबूर करने वाले संत गोपाल दास दिल्ली के एम्स हॉस्पिटल से संदिग्ध परस्थितियों से गायब हो गए हैं। संत के गायब होने से परिजन काफी परेशान हैं। दिल्ली के मालवीय नगर विधायक के साथ गोपाल दास के पिता ने गोपालदास की गुमशुदगी का मामला दर्ज करवाया है। पिता को आशंका है कि सरकार के दिशानिर्देश पर यह सब हुआ होगा।
जानकारी के मुताबिक, कुछ महीने पहले भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह का रोहतक आगमन हुआ था। भारी सुरक्षा के बीच संत गोपल दास रैली स्थल पर झोटा लेकर गए थे, तभी सुरक्षाकर्मियों ने उन्हें रोहतक जेल में डाल दिया था। जहां पर उनकी तबियत खराब होती चली गई और उसके बाद संत गोपला दास गायब हो गए। गोपाल दास के पिता शमेशर सिंह ने कहा कि आखिरी बार वे गोपालदास से 2 महीने पहले एम्स में मिले थे, मौन व्रत पर होने के कारण गोपाल ने अपने हाथ से लिखा पत्र भी उन्हें दिया था।
परिजनों के मुताबिक, संत गोपाल दास गाय की दशा सुधारने को लेकर सरकार के विरुद्ध बयानबाजी करते थे, क्योंकि देश में लोकसभा चुनाव नजदीक हैं, इसलिए उन्हें नजर बंद किया गया है। मामला पूरी तरह से संदेह के घेरे में हैं संत के परिजनों को अंदेशा हे की आमरण अनशन व विरोध प्रदर्शन से घबराई सरकार उन्हें गयाब कर सकती हैं, क्योकि गाय की दुर्दशा को लेकर संत आंदोलन करते आये हैं।
फिलहाल, दिल्ली के मालवीय नगर विधायक के साथ मिलकर गोपालदास के पिता ने गोपालदास की गुमशुदगी की शिकायत दर्ज करवाई हे , लेकिन सुरक्षा के बीच एम्स जैसे अत्याधुनिक अस्पताल से गायब होना जरूर सवालिया निशान उठता है।