Edited By Updated: 01 Dec, 2016 08:43 PM
एक बेदर्द मां अपने कलेजे के टुकड़े को रोहतक पीजीआई के ब्लड बैंक के महिला शौचालय में छोड़ कर चली गई। सफाई कर्मचारी ने जब इस नवजात शिशु को संदिग्ध परिस्थितियों में पड़ा हुआ देखा तो इसकी सूचना तुंरत हरिओम...
रोहतक (दीपक भारद्वाज): एक बेदर्द मां अपने कलेजे के टुकड़े को रोहतक पीजीआई के ब्लड बैंक के महिला शौचालय में छोड़ कर चली गई। सफाई कर्मचारी ने जब इस नवजात शिशु को संदिग्ध परिस्थितियों में पड़ा हुआ देखा तो इसकी सूचना तुंरत हरिओम सेवा दल के सदस्यों को दी। इसके बाद स्टाफ नर्स मौके पर पहुंची और नवजात को उठाकर उसे वार्ड नंबर 11 में भर्ती कराया। हरिओम सेवादल के सदस्यों ने इसकी सूचना मेडिकल पुलिस व बाल कल्याण समिति को दे दी है। साथ ही अपने स्तर पर भी पीजीआई में नवजात बच्चे की मां का पता लगाया जा रहा है। एचओडी ने तीन दिन पूर्व डिलीवरी के लिए भर्ती महिलाओं की सूची भी मंगाई है। पुलिस भी पीजीआई की सीसीटीवी फुटेज को खंगालने में जुटी है।
हरिओम सेवादल के सदस्यों ने बताया कि पुलिस मौके पर देर से पहुंची और कल्याण समिति के सदस्य काफी देरी से मौके पर पहुंचे। शिशु को पीजीआई के वार्ड नंबर 11 में भर्ती करवा दिया गया था। जहां उसकी हालत स्थिर है। उन्होंने बताया की दोपहर को महिला सफाई कर्मचारी जब शौचालय में गई तो उसने देखा कि कपडे़ में लिपटा हुआ एक नवजात शिशु रो रहा है। सफाई कर्मचारी ने काफी देर तक नवजात को लेकर शौचालय के बाहर इंतजार किया, जब कोई नहीं आया तो उसने इसकी सूचना सेवादल के सदस्यों को दी। सूचना मिलते ही वे मौके पर पहुंचे और नवजात को पीजीआई के वार्ड 11 में भर्ती कराया। डॉक्टर का कहना है बच्चे का वजन और स्वास्थ्य पूरी तरह से ठीक है और हम इसकी देखभाल कर रहे हैं।