Edited By Saurabh Pal, Updated: 27 Jan, 2024 09:34 PM
26 जनवरी को राष्ट्रपति द्रोपदी मुर्मू द्वारा सेना के 80 जवानों को वीरता पुरस्कार मिलने वालों में हरियाणा के चरखी दादरी के डोहकी गांव के मोहित सांगवान का नाम शामिल है। मोहित की इस उपलब्धि पर परिजन बेहद खुश हैं...
रोहतक(दीपक भारद्वाज): 26 जनवरी को राष्ट्रपति द्रोपदी मुर्मू द्वारा सेना के 80 जवानों को वीरता पुरस्कार मिलने वालों में हरियाणा के चरखी दादरी के डोहकी गांव के मोहित सांगवान का नाम शामिल है। मोहित की इस उपलब्धि पर परिजन बेहद खुश हैं। मोहित के माता-पिता का कहना है कि उनकी 4 पीढियां सेना में हैं। इसलिए मोहित सेना में जाने को प्रेरित हुआ है। मोहित सांगवान को सेना में बहादुरी के लिए सम्मानित किया जाएगा।
मोहित के माता पिता ने कहा,बेटे की उपलब्धि पर खुश,गांव में मेडल लेने पर बधाई देने वालो का लगा तांता। गांव के मेजर मोहित सांगवान सेवा में भर्ती होना चाहता था मेजर मोहित सांगवान की चार पीढ़ियां सेना में थी, जिनसे प्रेरणा लेकर सेनामें भर्ती हुआ और ड्यूटी के दौरान बहादुरी का काम करने पर कल राष्ट्रपति द्रोपति मुर्मू द्वारा 80 सेवा के जवानों को बहादुरी का वीरता पुरस्कार देने की लिस्ट में मोहित सांगवान का भी नाम शामिल है। जिसको लेकर परिजनों में खुशी की लहर है। परिजनों का कहना है की बेटा सेना में जाकर देश सेवा करना चाहता था, इसलिए उन्होंने यह रास्ता चुना। अब सेना में बहादुरी का पुरस्कार मिल रहा है, जो वाकई उनके लिए गर्व की बात है। मोहित सांगवान के पिता भी सेना में थे और उनके दादा व परदादा भी सेना में थे जिनसे मोहित सांगवान ने प्रेरणा ली।
वहीं दूसरी और मोहित सांगवान के पिता विजेंद्र सांगवान का कहना है कि बेटे की इस उपलब्धि पर वह बेहद खुश है। उन्होंने कहा कि मोहित शुरू से ही सेना में जाना चाहता था, क्योंकि उनकी चार पीढ़ियां सेना में हैं। उन्होंने कहा कि मेरे साथ भी मोहित ने सेना में ड्यूटी दी है। अब उन्हें वीरता के लिए पुरस्कार मिला है इसके लिए उन्हें कोई हैरानी नहीं, क्योंकि उन्हें पता था कि मोहित और भी बड़े काम करने वाला हैं। उन्होंने कहा की सेना में रहते हुए बहादुर का काम करने पर यह सम्मान मिलता है और उनके गांव में प्रत्येक घर से सेना में एक जवान है इसलिए उनका गांव फौजियों का गांव कहलाता है।
गौतरलब है कि 75वें गणतंत्र दिवस से पहले राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने सेना के 80 जवानों को वीरता पुरस्कार देने की मंजूरी दी थी। इसमें दादरी के गांव डोहकी निवासी मेजर मोहित सांगवान भी शामिल हैं। मोहित सांगवन को सेना का सर्वोच्च वीरता मेडल मिलने की खुशी में परिजनों ने ग्रामीणों संग मिलकर खुशियां मनाई और उनको देश का गौरव बताया।
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