Edited By Isha, Updated: 03 Nov, 2019 05:01 PM
हरियाणा और पंजाब की वजह से देश की राजधानी की आबोहवा जहरीली हो चुकी है, जिसमें बच्चे से लेकर बुजुर्गों तक सांस लेने लेने में तकलीफ हो रही है वहीं हरियाणा
डेस्कः हरियाणा और पंजाब की वजह से देश की राजधानी की आबोहवा जहरीली हो चुकी है, जिसमें बच्चे से लेकर बुजुर्गों तक सांस लेने लेने में तकलीफ हो रही है वहीं हरियाणा में बढ़ते प्रदूषण के कारण हरियाणा कृषि विभाग की भी सांसे फूली चुकी है, लेकिन जिन अधिकारियों पर हरियाणा में प्रदूषण कम करने की जिम्मेवारी है उन्हीं अधिकारियों की डीजल वाली गाड़ियों का प्रदूषण प्रमाण पत्र एक्सपायर मिला।
कैथल के गांव सीवन में किसानों को समझाने के लिए हरियाणा कृषि विभाग के बड़े अधिकारीयों ने किसानों को पराली न जलाने को लेकर गाँव के सरपंच के घर किसानों की बैठक ली, इसी बैठक में जब कृषि विभाग की गाड़ियों के प्रदूषण सर्टिफिकेट के बारे में पूछा गया तो अधिकारी इधर उधर जाकने लगे और गाड़ी का प्रदूषण प्रमाण दिखाने पर एक गाड़ी के कागजात दफ्तर में रखे जाने की बात कहने लगे लेकिन बाद में जब सरकारी गाड़ी के चालक गाड़ी का प्रदूषण प्रमाण पत्र दिखाया तो करीब 7 महीने पहले का एक्सपायर मिला जिसको लेकर जहां किसानो ने भी सरकारी कर्मचारियों पर उनके खुद प्रदूषण फेलाने पर सवाल उठाये, वही कृषि विभाग के डायरेक्टर जगदीप सिंह ने तुरंत प्रभाव से कृषि अधिकारीयों गाड़ियों का पोलुशन सर्टिफिकेट बनाने के आदेश जारी किए !
गोरतलब है सरकारी गाड़ी भिवानी से कैथल पहुच गई लेकिन किसी भी पुलिस कर्मचारी ने सरकारी गाडी होने के चलते गाड़ी को नहीं रोका लेकिन जब गाड़ी में बैठकर आये अधिकारी से मीडिया ने उनकी गाड़ी को पोल्यूशन फ्री होने का दावे पर सवाल किया तो अधिकारी प्रदूषण के प्रति कितने स्वेदनशील निकले नाजार किसानो और आम जनता के बीच सामने था !