Edited By Deepak Kumar, Updated: 16 May, 2025 06:39 PM

पाकिस्तान के लिए जासूसी करने के आरोप में 13 मई को पानीपत में पकड़े गए नोमान इलाही को सीआईए-1 टीम शुक्रवार की सुबह उसके पैतृक घर उत्तर-प्रदेश में शामली जिले के कस्बा कैराना स्थित बेगमपुरा बाजार में लेकर गई। जहां पर टीम ने जासूस नोमान के मकान का ताला...
पानीपत (सचिन शर्मा) : पाकिस्तान के लिए जासूसी करने के आरोप में 13 मई को पानीपत में पकड़े गए नोमान इलाही को सीआईए-1 टीम शुक्रवार की सुबह उसके पैतृक घर उत्तर-प्रदेश में शामली जिले के कस्बा कैराना स्थित बेगमपुरा बाजार में लेकर गई। जहां पर टीम ने जासूस नोमान के मकान का ताला खुलवाकर काफी देर तक तलाशी ली। इस दौरान पानीपत पुलिस के साथ कैराना पुलिस भी रही।
पाकिस्तानी जासूस नोमान इलाही को पुलिस मुंह पर काला नकाब डालकर और हाथों में हथकड़ी लगाकर उसके घर ले गई थी। इस दौरान मौके पर स्थानीय लोगों की काफी भीड़ जुट गई। पुलिस ने मकान के अंदर से काफी देर तक जांच-पड़ताल की। पुलिस ने मकान के भीतर से काफी संख्या में अलग-अलग लोगों के पासपोर्ट और अन्य दस्तावेज बरामद किए, जिन्हें पुलिस ने अपने कब्जे में लिया है। काफी देर तक जांच-पड़ताल करने के बाद पुलिस उसे वापस पानीपत ले आई।
नोमान को श्रीनगर भेजने की प्लानिंग थीः पुलिस
पुलिस जांच में यह खुलासा हुआ है कि जिस वक्त भारतीय सेना द्वारा ऑपरेशन सिंदूर चलाया जा रहा था, उसी दौरान नोमान को श्रीनगर भेजने की प्लानिंग थी। उसके मोबाइल से मिली व्हाट्सऐप चैट में यह खुलासा हुआ कि उसे सेना से जुड़ी गतिविधियों की जानकारी श्रीनगर से भेजने के निर्देश दिए गए थे। इसके बदले में नोमान को हर सूचना के लिए मोटी रकम देने और आर्थिक रूप से मालामाल करने का लालच दिया गया था। आरोपी के पास पाकिस्तान से खाते में पैसा आता था।
नोमान इलाही की गिरफ्तारी के बाद भी इकबाल काना का नाम आया सामने
पाकिस्तान के लिए जासूसी करने के आरोप में नोमान इलाही की गिरफ्तारी होने के बाद यमुना खादर का इलाका एक बार फिर सुर्खियों में आ गया है। पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी आईएसआई यमुना के खादर क्षेत्र में स्लीपर सेल तैयार कर रही है। हरियाणा और पश्चिमी उत्तर प्रदेश के युवा उनके सॉफ्ट टारगेट हैं। कैराना निवासी और पाकिस्तान में रह रहे आईएसआई एजेंट इकबाल काना को इसकी जिम्मेदारी दी गई है। नोमान से हुई पूछताछ में भी यह बात सामने आ रही है। पुलिस सूत्रों का दावा है कि इकबाल काना और उसके साथी कई अन्य युवकों के संपर्क में थे।
करीब नौ साल पहले पहले शामली पुलिस ने कलीम को गिरफ्तार किया था। कलीम भी इकबाल के संपर्क था। अब नोमान इलाही की गिरफ्तारी के बाद भी इकबाल काना का नाम सामने आया है। यही नहीं नोमान से पूछताछ में यह भी सामने आया है कि इकबाल के संपर्क में कुछ अन्य युवक भी हैं। उसके परिजन भी इसकी आशंका जता चुके हैं। जिसके बाद सुरक्षा एजेंसियां भी इस क्षेत्र में सक्रिय हो गई हैं।
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