Edited By vinod kumar, Updated: 08 Nov, 2019 01:09 PM
हरियाणा के कुछ जिलों मेें किसान अभी तक भी पराली जलाने से किनारा नहीं कर रहे है। बहुत से किसान रात के समय चुपचाप अपने खेतों में खड़ी पराली में आग लगा रहे हैं। पराली जलाने के मामलों में कमी लाने के लिए अब हरियाणा सरकार और गंभीर हो गई है।
डेस्क: हरियाणा के कुछ जिलों मेें किसान अभी तक भी पराली जलाने से किनारा नहीं कर रहे है। बहुत से किसान रात के समय चुपचाप अपने खेतों में खड़ी पराली में आग लगा रहे हैं। पराली जलाने के मामलों में कमी लाने के लिए अब हरियाणा सरकार और गंभीर हो गई है। इसी के चलते सभी जिलों में कृष उपनिदेशकों को सर्तक रहते हुए रात को भी चेकिंग स्टाफ उपलब्ध रखने के निर्देश दिए गए हैं।
रात के समय सेटेलाइट से जलती पराली की थर्मल इमेज लेकर संबंधित जिला व इलाका चिन्हित कर हरियाणा सरकार को उपलब्ध करवा दिया जाएगा और इसकी जानकारी भी तुरंत संबंधित जिला उपनिदेशक को भेजी जाएगी। जिस पर जिला उपनिदेशक अपनी टीम को रात को ही उस लोकेशन पर भेजेंगे, जहां खेत में पराली जलाई जा रही है। संभव हो तो किसी एक साइट पर खुद कृषि उपनिदेशक भी पहुंचेंगे।
इस व्यवस्थ को गत दिवस से ही लागू कर दिया गया है। गत दिवस भी प्रदेश के कई इलाकों में ऐसे पंद्रह से अधिक मामले चिन्हित किए गए हैं। अंबाला में सबसे अधिक मामले सामने आए। जहां रात को किसानों ने अपने खेतों में आग लगा दी गई। सरकार द्वारा जारी निर्देशों के अनुसार कृषि अफसर की टीम मौके पर जाकर जायजा लेगी।
उसके बाद दिन संबंधित पटवारी से उस खेत के मालिकाना हक की जानकारी लेने के बाद खेत के मालिक के खिलाफ इलाका थाने में केस दर्ज करवा दिया जाएगा। सरकार ने स्पष्ट कर दिया है कि किसानों की इस तरह की मनमानियां कतई बरदाश्त नहीं होंगी, क्योंकि प्रदूषण को लेकर सुप्रीम कोर्ट बहुत ज्यादा गंभीर है।