Edited By Pawan Kumar Sethi, Updated: 22 Apr, 2025 05:33 PM

लोगों की दिनचर्या इतनी बदल गई है कि हर 10 में से 4 व्यक्ति को नेत्र रोग हो रहा है। चाहे नजर कमजोर की बात हो या आंखों में सूखापन हो या मोतियाबिंद की शिकायत हो। हर व्यक्ति किसी न किसी रूप से नेत्र रोग से ग्रस्त हो रहा है।
गुड़गांव, (ब्यूरो): लोगों की दिनचर्या इतनी बदल गई है कि हर 10 में से 4 व्यक्ति को नेत्र रोग हो रहा है। चाहे नजर कमजोर की बात हो या आंखों में सूखापन हो या मोतियाबिंद की शिकायत हो। हर व्यक्ति किसी न किसी रूप से नेत्र रोग से ग्रस्त हो रहा है। आंखों को रोगों से बचाने के लिए सावधानी जरूरी है। यह बात निरामया चेरिटेबल ट्रस्ट के संस्थापक डॉ टी एन आहूजा ने कही।
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डॉ आहूजा ने बताया कि आज मियांवाली पंचायत घर खसापुरा में नेत्रजांच शिविर का आयोजन किया गया। इस दौरान करीब 150 लोगों ने अपनी आंखों की जांच कराई। जांच के दौरान 60 से ज्यादा लोगों की नजर कमजोर पाई गई। इसके साथ ही इनकी आंखों में ड्राइनेस की शिकायत भी मिली है। जिन लोगों की नजर कमजोर मिली है उन्हें 27 मई को ट्रस्ट की तरफ से निशुल्क चश्में वितरित किए जाएंगे।
डॉ आहूजा ने बताया कि डॉ शशि अग्रवाल की अगुवाई में नेत्र जांच शिविर का आयोजन किया गया। सेंटिस फाउंडेशन की टीम ने यहां सेवा कार्य संभाला। मियांवाली पंचायत घर के मुख्य कर्ता पवन बत्तरा व डॉ राजीव विग, डॉ हितेषी विग का भी इस शिविर के आयोजन में विशेष योगदान रहा। डॉ आहूजा ने बताया कि कैंप में आए लोगों को निशुल्क दवाएं भी दी गई। इसके अलावा जांच के दौरान 15 लोगों में मोतियाबिंद की शिकायत मिली जिनका निशुल्क ऑपरेशन आहूजा आई एंड डेंटल इंस्टीट्यूट में किया जाएगा।