Edited By Vivek Rai, Updated: 03 Mar, 2022 06:35 PM
हरियाणा में सरकारी अस्पतालों के मुकाबले निजी अस्पतालों द्वारा लापरवाही बरतने के मामले में लगातार सामने आ रहे हैं। हरियाणा सरकार ने आज सदन में एक रिपोर्ट जारी की। जिसमें प्रदेश में मेडिकल हब के रूप में उभरे गुरुग्राम के निजी अस्पतालों की कोताही सबसे...
चंडीगढ़ (धरणी) : हरियाणा में सरकारी अस्पतालों के मुकाबले निजी अस्पतालों द्वारा लापरवाही बरतने के मामले में लगातार सामने आ रहे हैं। हरियाणा सरकार ने आज सदन में एक रिपोर्ट जारी की। जिसमें प्रदेश में मेडिकल हब के रूप में उभरे गुरुग्राम के निजी अस्पतालों की कोताही सबसे अधिक सामने आई है।
जनवरी-2015 से दिसंबर-2021 तक डॉक्टरों की लापरवाही को लेकर एनआईटी विधायक नीरज शर्मा ने सवाल उठाया। स्वास्थ्य मंत्री अनिल विज ने प्रदेशर का आंकड़ा रखते हुए कहा कि इस अवधि में प्राइवेट अस्पतालों में लापरवाही के कुल 68 मामले सामने आए। इनमें गुरुग्राम के 45, कुरुक्षेत्र के 7, सोनीपत में 5, भिवानी में 3, रेवाड़ी में 2 तथा फरीदाबाद, जींद, कैथल, नारनौल, पंचकूला, पानीपत में 1-1 प्राइवेट अस्पताल में डॉक्टरों द्वारा लापरवाही बरती गई। वहीं सोनीपत के सरकारी अस्पताल में चार मामले लापरवाही के सामने आए। विज ने कहा कि सरकारी डॉक्टरों पर कार्रवाई की गई है।
स्वास्थ्य मंत्री ने बताया कि निजी अस्पतालों की लापरवाही को लेकर सतर्कता बरती जा रही है। सभी जिलों के सिविल सर्जनों तथा जिला उपायुक्तों को इस बारे में विशेष निर्देश जारी किए गए हैं। जरूरत पडऩे पर विभागीय जांच के आधार पर अस्पतालों के खिलाफ नियमानुसार कार्रवाई भी की जा रही है।