Edited By Pawan Kumar Sethi, Updated: 02 May, 2025 02:13 PM

गर्मी से बेहाल हो रहे लोगों को शुक्रवार को भले ही बारिश ने राहत दे दी हो, लेकिन यह राहत भरी बारिश प्रशासन के लिए आफत बन गई। सुबह करीब साढ़े चार बजे से शुरू हुई आंधी व बारिश ने पूरे शहर को पानी पानी कर दिया जिसमें प्रशासनिक दावे पूरी तरह से डूब गए।
गुड़गांव, (पवन कुमार सेठी): गर्मी से बेहाल हो रहे लोगों को शुक्रवार को भले ही बारिश ने राहत दे दी हो, लेकिन यह राहत भरी बारिश प्रशासन के लिए आफत बन गई। सुबह करीब साढ़े चार बजे से शुरू हुई आंधी व बारिश ने पूरे शहर को पानी पानी कर दिया जिसमें प्रशासनिक दावे पूरी तरह से डूब गए। शहर की सड़कों पर जहां तीन फीट तक जलभराव हो गया तो कई स्थानों पर पेड़ टूटकर गिर गए जिससे यातायात बाधित हो गया। वहीं, कुछ सड़के भी धंस गई जिसके कारण सड़क पर वाहनों की लंबी कतारें भी लग गई। एक तरफ जहां अधिकारियों ने दावा किया था कि बारिश रुकने के दो घंटे बाद पूरे शहर से पानी निकल जाएगा, लेकिन बारिश रुके छह घंटे से भी अधिक समय बीतने के बाद भी ज्यादातर सड़कें जलमग्न हैं। पानी की निकासी के ठोस प्रबंध न होने के कारण दिन भर वाहन चालकों को परेशानी होती रही। वहीं, इस बारिश के कारण कई छात्र स्कूल भी नहीं जा पाए तो कई लोगों ने जलभराव को देखते हुए अपने ऑफिस से छुट्टी भी ले ली।
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सुबह करीब चार बजे अचानक मौसम बदला और तेज हवा आंधी में बदल गई। जोरदार बिजली कड़कने के साथ ही झमाझम बारिश होने लगी। मौसम विभाग की मानें तो गुड़गांव तहसील के अंतर्गत 45 एमएम बारिश हुई। वहीं, कादीपुर तहसील क्षेत्र में 44 एमएम, हरसरू तहसील क्षेत्र में 44 एमएम बारिश हुई। गुड़गांव जिले में सर्वाधिक बारिश वजीराबाद तहसील के अंतर्गत 47 एमए हुई। वहीं, बादशाहपुर क्षेत्र में 17 एमएम,सोहना में 18 एमएम, मानेसर में 25 एमएम, पटौदी में सबसे कम 5 एमएम तथा फर्रूखनगर क्षेत्र में 18 एमएम बारिश हुई है। मानसून से पहले हुई बारिश ने ही गुड़गांव जिले को बचाने के प्रशासनिक दावों की पोल खोल दी। यह दावे आज की बारिश में डूबते नजर आए। हालांकि जिला उपायुक्त ने हाल ही में क्षेत्र का दौरा कर ड्रेन की स्थिति का जायजा भी लिया था और जीएमडीए, नगर निगम व एनएचएआई सहित अन्य विभागों के अधिकारियों ने जिला उपायुक्त को आश्वस्त भी किया था कि इस बार जलभराव नहीं होगा, लेकिन आज हुई बारिश ने इन सभी दावों को खोखला साबित कर दिया।
हर बार होने वाली बारिश की तरह इस बार भी नरसिंहपुर पूरी तरह से जलमग्न रहा। वहीं, धनवापुर रोड, सेक्टर-4 में तो मानों कोई नदी ही उफान पर आ गई जिसके कारण सड़कों पर पानी तेजी से बहता नजर आया। वहीं, न्यू कॉलोनी, मदनपुरी रोड, सेक्टर-10 रोड, रेलवे रोड, सेक्टर- 5 रोड, शीतला माता रोड, आरडी सिटी, सेक्टर-45, सेक्टर-40, सेक्टर-7, ओल्ड दिल्ली रोड सहित कई अन्य स्थानों पर इतना जलभराव रहा कि लोगों के लिए यह जी का जंजाल बन गए।
वहीं, तेज आंधी ने जहां पुलिस बेरिकेट को दूर तक गिरा दिया तो वहीं, कई स्थानों पर पेड़ टूट गए। सुलतानपुर,चंदू, धनकोट में कई पेड़ टूट गए। वहीं, गुड़गांव में सेक्टर-4/7 चौक से सेक्टर-9 जाने वाले रोड पर, सेक्टर-5 रोड, सेक्टर-4, सेक्टर-7, न्यू रेलवे रोड सहित अन्य स्थानों पर पेड़ भी टूट गए। वहीं, आंधी बारिश के कारण सुबह से ही शहर में बिजली आपूर्ति ठप रही। शहरी क्षेत्र में जहां सुबह करीब साढ़े 10 बजे तक बिजली आपूर्ति सुचारू हुई तो ग्रामीण क्षेत्र में दोपहर तक बिजली आपूर्ति सुचारू हो पाई। वहीं, आंधी व बारिश से कई दुकानों के साइन बोर्ड तक उड़ गए।
वहीं, सिविल लाइन्स स्थित होटल सम्राट के पांचवी मंजिल के कमरों की टीन की छत उड़ कर नीचे खड़ी बाइकों पर आ गरी। गनीमत यह रही कि इस दौरान कोई भी व्यक्ति नीचे नहीं था अन्यथा एक बड़ा हादसा हो जाता। हालांकि इस घटना में आधा दर्जन बाइकें क्षतिग्रस्त हो गई। इस बारिश ने गुड़गांव वासियों के जनजीवन को अस्त व्यस्त कर दिया। फिलहाल बारिश रुकने के बाद छह घंटे बाद भी कई सड़कें जलमग्न हैं। अब देखना यह होगा कि प्रशासनिक तैयारियों की पोल खोल चुकी बारिश के कारण होने वाले जलभराव को रोकने के लिए प्रशासन क्या कदम उठाता है।