Edited By Rakhi Yadav, Updated: 20 Jul, 2018 10:30 AM
हलके के गांव सैमाण में पिछले 20 दिन से पेयजल सप्लाई नहीं होने से परेशान महिलाओं ने जलघर को ताला लगा दिया। इसके उपरांत महिला एवं अन्य लोगों ने ....
रोहतक(दीपक भारद्वाज): हलके के गांव सैमाण में पिछले 20 दिन से पेयजल सप्लाई नहीं होने से परेशान महिलाओं ने जलघर को ताला लगा दिया। इसके उपरांत महिला एवं अन्य लोगों ने प्रदेश सरकार विरोधी के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। मौके पर पहुंचे जन स्वास्थ्य विभाग अधिकारियों को महिलाओं ने जमकर खरी खोटी सुनाई तो अधिकारी बगले झांकते नजर आए। पेयजल सप्लाई नहीं होने से त्रस्त महिलाओं ने बताया कि जीविका के लिए उन्हें दूर दराज खेतों लगभग 2 से 3 किलोमीटर दूरे लगे हैंडपंप व ट्यूबवैल से साइकिल, बैल बुग्गी व ट्रैक्टर-ट्रालियों में ड्रम आदि रखकर पानी लेकर आते है।
पेयजल लेकर आना उनके लिए किसी मुसीबत से कम नहीं है। पेयजल लाने में उनका अधिकतर समय बीत जाता है जिससे घर के अन्य कार्य बाधित होते हैं। ग्रामीणों ने बताया कि हमने की बार जलघर में पानी नहीं आने बारे सी.एम. विंडो सहित तमाम आलाधिकारियों से कर चुके हैं लेकिन किसी भी स्तर पर समस्या का समाधान करने की अपेक्षा आश्वासन ही दिया गया है। ग्रामीणों का कहना हैं कि गांव में पेयजल सप्लाई के लिए पाइप लाइन बिछाई गई है लेकिन वह कंडम हो चुकी है और उसमें जगह-जगह पर लीकेज है।
इसके अलावा जलघर के टैंकों में गन्दगी भरी पड़ी है। इससे सप्लाई होने वाला पानी बदबूदार होता है। इसको लेकर भी ग्रामीणों में भारी रोष है। ग्रामीणों द्वारा जलघर पर ताला जडऩे की सूचना के बाद मौके पर पहुंचे उपमंडल अभियंता सुरेन्द्र कुमार कौशिक को ग्रामीणों ने जमकर खरी खोटी सुनाई। उनके खिलाफ नारेबाजी भी की गई। बावजूद इसके एस.डी.ओ. कौशिक ने ग्रामीणों को शांत किया और उन्हें सप्लाई लाइन दुरुस्त करने सहित पेयजल सप्लाई समुचित मात्रा में देने के लिए आश्वस्त भी किया।